चंडीगढ़ बिजली विभाग के निजीकरण ने अपना असली और क्रूर चेहरा दिखाया है: हरदीप बुटेरला।

चंडीगढ़, 12 जून - यूटी चंडीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण ने अपना असली और क्रूर चेहरा दिखाया है। गांव बुटेरला में बीती रात कई घंटों तक बिजली गुल रही, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और बच्चे व बुजुर्ग रात भर परेशान होते रहे। उपरोक्त जानकारी वार्ड नंबर 30 से नगर पार्षद हरदीप सिंह बुटेरला ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए दी।

चंडीगढ़, 12 जून - यूटी चंडीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण ने अपना असली और क्रूर चेहरा दिखाया है। गांव बुटेरला में बीती रात कई घंटों तक बिजली गुल रही, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और बच्चे व बुजुर्ग रात भर परेशान होते रहे। उपरोक्त जानकारी वार्ड नंबर 30 से नगर पार्षद हरदीप सिंह बुटेरला ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए दी। 
बुटेरला ने लोगों की इस भारी असुविधा के बारे में चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया को लिखित पत्र भी भेजा है। पार्षद बुटेरला ने कहा कि भीषण गर्मी के इस मौसम में 11 व 12 जून की मध्य रात्रि को अचानक बंद हुई बिजली सप्लाई को चालू करवाने के लिए उन्होंने संबंधित जूनियर इंजीनियर, एसडीओ को फोन करने का प्रयास किया, लेकिन कोई उपलब्ध नहीं हुआ। 
उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के निजीकरण के बाद यह समस्या आई है, क्योंकि निजी कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों को लोगों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। इससे पहले सरकारी अधिकारी और कर्मचारी स्थायी रूप से अपनी ड्यूटी पर तैनात रहते थे और आम लोगों की उन तक आसान पहुंच थी।
 चंडीगढ़ बिजली विभाग निवासियों की पूरी संतुष्टि के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रहा था और भारी मुनाफा कमा रहा था। अब निजी कंपनी ने पहली ही गर्मी के मौसम में अपना घिनौना चेहरा दिखा दिया है। यह पहली बार था कि विभाग के किसी भी सदस्य ने गांव बुटेरला में बिजली आपूर्ति बंद होने के बावजूद लोगों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया। 
पार्षद बुटेरला ने कहा कि चंडीगढ़ बिजली विभाग का निजीकरण करके भाजपा सरकार ने अपने चहेतों को खुश किया है लेकिन इसके विपरीत चंडीगढ़ की जनता के साथ धोखा किया है। बुटेरला ने कहा कि ऐसी जनविरोधी नीतियों के कारण चंडीगढ़ की जनता आगामी चुनावों में भाजपा को सबक सिखाएगी।