
मुख्यमंत्री ने बंगाणा में 119.51 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया।
बंगाणा- मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज बंगाणा में आयोजित तीन दिवसीय पिपलू मेले के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री ने स्थानीय विश्राम गृह में जनता से बातचीत की तथा उनकी समस्याएं सुनीं। वे भलेठी में जनसभा को संबोधित करने से पूर्व पारंपरिक शोभा यात्रा में भी शामिल हुए।
बंगाणा- मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज बंगाणा में आयोजित तीन दिवसीय पिपलू मेले के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री ने स्थानीय विश्राम गृह में जनता से बातचीत की तथा उनकी समस्याएं सुनीं। वे भलेठी में जनसभा को संबोधित करने से पूर्व पारंपरिक शोभा यात्रा में भी शामिल हुए।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने पारंपरिक मेलों के सांस्कृतिक एवं सामाजिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये स्थानीय विरासत एवं सामुदायिक बंधन की जीवंत अभिव्यक्ति हैं। मुख्यमंत्री ने बंगाणा के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि ऐसे आयोजन क्षेत्र के सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध एवं संरक्षित करते रहेंगे तथा उन्होंने आयोजकों को बधाई दी।
श्री सुक्खू ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर बल दिया तथा स्थानीय किसानों को अपनी आर्थिकी को मजबूत करने के लिए इस पर्यावरण अनुकूल पद्धति को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बंगाणा के कृषक समुदाय से इस पहल का सक्रिय समर्थन करने तथा हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक खेती में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने में योगदान देने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के समग्र विकास के लिए समर्पित प्रयासों के लिए स्थानीय विधायक विवेक शर्मा की भी सराहना की तथा क्षेत्र के विकास के लिए उनकी निरंतर प्रतिबद्धता पर विश्वास व्यक्त किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री सुक्खू ने बंगाणा उपमंडल में 119.51 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया।
उद्घाटन किए गए प्रमुख कार्यों में थानाकलां में 2.12 करोड़ रुपये की लागत से कार्यकारी अभियंता मंडल कार्यालय भवन, बरनोह में 61.51 लाख रुपये की लागत से जल गुणवत्ता एवं निगरानी प्रशिक्षण केंद्र, जटेहरी में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के लिए 2.44 करोड़ रुपये की लागत से भवन, चमयारी में 1.45 करोड़ रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मंदली में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में चार कक्षाओं के लिए 93.69 लाख रुपये, ओलिंडा-बोहरू संपर्क सड़क की मेटलिंग व टारिंग के लिए 10.31 करोड़ रुपये, सैली से हंडोला वाया कामून पट्टी तथा सैली महादेव मंदिर से जीपीएस लुबोवाल वाया सड़क के लिए 12.22 करोड़ रुपये तथा 12.22 करोड़ रुपये शामिल हैं।
बंगाणा में ग्रामीण आजीविका केंद्र भवन के लिए 10.73 करोड़ रुपये। इसके अतिरिक्त, उन्होंने झंबर, कुरियाला, सुरजेहरा, मदनपुर-बसोली, पनोह-घंडावाल और धमांद्री-सांझोट में उठाऊ पेयजल योजनाओं के उन्नयन के लिए 2.35 करोड़ रुपये की आधारशिला रखी।
इसके अलावा उन्होंने ग्राम पंचायत मोह मीनार में बौल और मोह खास के लिए 10.59 करोड़ रुपये की सिंचाई योजना, टक्का और लोअर बसाल में ट्यूबवेल के लिए 1.83 करोड़ रुपये, जस्सना खड्ड, बंगाणा खड्ड, थानाकलां और छपरोह खड्ड में वर्षा जल संचयन संरचनाओं के लिए 7.20 करोड़ रुपये, ऊना में राज्य कर और आबकारी प्रवर्तन कार्यालय के लिए आवासीय परिसर के लिए 6.72 करोड़ रुपये, खुरूनी से खैरियां वाया चपलाह, गरली देहर, मकरी और चंबोआ सड़क परियोजनाओं के लिए 5.98 करोड़ रुपये; बौल, झंबर, लाम, टक्का तथा मोहल्ला बटियां हरिजन में पुल निर्माण के लिए नाबार्ड के तहत 10.44 करोड़ रुपये तथा भियांबी से बड़सर तक सड़क निर्माण के लिए 33.59 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा, महाधिवक्ता अनूप कुमार रतन, अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य डॉ. विजय डोगरा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राम आसरा तथा पार्टी एवं जिला प्रशासन के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
