प्रदेश में भ्रष्टाचार, नशे और गैंगस्टरों के गठजोड़ में शामिल नेताओं और अधिकारियों के नाम तुरंत उजागर करें मुख्यमंत्री - कॉमरेड बंत बरार

एस ए एस नगर, 4 जून- कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) के प्रदेश सचिव कॉमरेड बंत सिंह बरार ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को प्रदेश में भ्रष्टाचार, नशे और गैंगस्टरों के गठजोड़ में शामिल नेताओं और अधिकारियों के नाम तुरंत उजागर करने चाहिए। 21 से 25 जुलाई तक चंडीगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में नशे, भ्रष्टाचार और गैंगस्टरों का बोलबाला है और यह सारा घटनाक्रम नेताओं और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के गठजोड़ के साथ लंबे समय से लगातार चल रहा है।

एस ए एस नगर, 4 जून- कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) के प्रदेश सचिव कॉमरेड बंत सिंह बरार ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को प्रदेश में भ्रष्टाचार, नशे और गैंगस्टरों के गठजोड़ में शामिल नेताओं और अधिकारियों के नाम तुरंत उजागर करने चाहिए। 21 से 25 जुलाई तक चंडीगढ़ में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब में नशे, भ्रष्टाचार और गैंगस्टरों का बोलबाला है और यह सारा घटनाक्रम नेताओं और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के गठजोड़ के साथ लंबे समय से लगातार चल रहा है। इसलिए मुख्यमंत्री को तुरंत इस गठजोड़ में शामिल सभी नेताओं और अधिकारियों के नाम लोगों के सामने उजागर करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में पुलिस राज चल रहा है और नशा करने वालों के घर ढहाए जा रहे हैं, लेकिन इस धंधे में शामिल किसी भी राजनेता या वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। उन्होंने माँग की कि इस धंधे में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब में पुलिस फर्जी मुठभेड़ दिखाकर लोगों की हत्या कर रही है। इस बारे में मुख्यमंत्री को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि देश का कानून पुलिस को किसी की हत्या करने का अधिकार नहीं देता।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में देश भर में सांप्रदायिक ताकतें मजबूत होने की कोशिश कर रही हैं, जिनका पार्टी देश के बुद्धिजीवियों और निष्पक्ष लोगों के साथ मिलकर मुकाबला करेगी और देश को धर्मों और जातियों में बाँटने नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन से पहले 21 सितंबर को मोहाली में एक रैली की जाएगी, जिसमें पंजाब से 25,000 कार्यकर्ता एकत्र होंगे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में देश के गरीबों, मजदूरों, छोटे किसानों, कर्मचारियों और दुकानदारों के अधिकारों के लिए पार्टी द्वारा महत्वपूर्ण कार्यक्रम तैयार किया जाएगा और इस सम्मेलन से पार्टी उत्तर भारत में और मजबूत होगी। इस सम्मेलन में देश की सभी वामपंथी ताकतों को एक मंच पर एकजुट करने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वामपंथी, लोकतंत्रवादी लोगों को एकत्र करके देश में राजनीतिक रूप से गरीब समर्थक लोगों का विकल्प प्रस्तुत किया जाएगा। देश में आदिवासियों को माओवादी कहकर जो नरसंहार किया जा रहा है, उसकी पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है। उन्होंने कहा कि देश में जिन लोगों ने अपनी सजा पूरी कर ली है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाए।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा 500 गज से कम, गाँवों की लाल लकीर के अंदर और 20,000 कॉलोनियों की रजिस्ट्रियों पर लगाई गई रोक को तुरंत हटाया जाए और यदि आवश्यक हो तो विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर इसमें तुरंत संशोधन किया जाए। उन्होंने कहा कि इन रजिस्ट्रियों के कारण प्रदेश के मजदूर, भूमिहीन, एससी, बीसी और अन्य गरीब लोग प्रभावित हो रहे हैं।
इस अवसर पर पार्टी के जिला सचिव एडवोकेट जसपाल सिंह दीपर ने कहा कि वे पार्टी के महासम्मेलन और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरा सहयोग करेंगे और प्रदेश के हक में खड़े होने वाली जत्थेबंदियों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक और अन्य संस्थाओं को जोड़कर इस कार्यक्रम को सफल बनाया जाएगा। इस अवसर पर पार्टी की जिला इकाई द्वारा प्रदेश सचिव को फंड के रूप में एक लाख रुपये दिए गए और साथ ही भरोसा दिलाया कि रैली में मोहाली जिले से 1,000 कार्यकर्ता शामिल होंगे।
इस अवसर पर इंडियन एसोसिएशन ऑफ लायर्स के प्रवक्ता एडवोकेट दर्शन सिंह धालीवाल ने कहा कि सीपीआई ने गरीब और पीड़ित लोगों के जो मुद्दे उठाए हैं, एसोसिएशन उनका पूर्ण समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि जो भी पार्टी या नेता पंजाब के लोगों के मुद्दों के लिए संघर्ष करेगा, एसोसिएशन उसमें शामिल होकर प्रदेश के लोगों के हक के लिए आवाज बुलंद करेगी।
इस अवसर पर अन्य लोगों में कॉमरेड दिलदार, महिंदरपाल, अवतार सिंह दीपर, नसीब सिंह, सुरिंदर सिंह, बलविंदर सिंह, सुरिंदर लहौरिया, गुरदियाल सिंह, महिंदर सिंह सरसिनी, सुखपाल सिंह हुंदल, बृज मोहन शर्मा, कमल सिंह, रानी डेराबस्सी, सतविंदर सिंह कराला, अश्वनी कुमार मिन्हास, भाग सिंह गीगेमाजरा उपस्थित थे।