
मजीठा इलाके में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत, कुछ की हालत गंभीर।
अमृतसर/मजीठा, 13 मई - अमृतसर जिले के मजीठा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पांच गांवों में कल रात जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हो गई। इसकी पुष्टि एक सरकारी प्रवक्ता ने की है। इससे पहले, उपायुक्त ने मृतकों की संख्या 14 बताई थी और छह मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अमृतसर/मजीठा, 13 मई - अमृतसर जिले के मजीठा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पांच गांवों में कल रात जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हो गई। इसकी पुष्टि एक सरकारी प्रवक्ता ने की है। इससे पहले, उपायुक्त ने मृतकों की संख्या 14 बताई थी और छह मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पुलिस ने नकली शराब बेचने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बीच, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि निर्दोष लोगों के हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच, उपायुक्त साक्षी साहनी ने भी कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच पुलिस ने आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह और उसके साथी कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू (मुख्य आरोपी प्रभजीत का भाई), साहिब सिंह उर्फ सराय, गुरजंट सिंह, निंदर कौर पत्नी जीता निवासी थरीवाल समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और घटना के लिए आम आदमी पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। इस बीच, सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान गांव मरडी पहुंच रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बीती रात भंगाली, थरीवाल, मरडी कलां, तलवंडी खुम्माण, पातालपुरी आदि गांवों के लोगों ने अवैध शराब बेचने के धंधे में संलिप्त कुछ लोगों द्वारा सप्लाई की गई शराब पी ली और कुछ देर बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। उनमें से कुछ की बाद में मौत हो गई जबकि बाकी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्मरण रहे कि कुछ वर्ष पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान जहरीली शराब पीने से इस क्षेत्र में 19 लोगों की मौत हो गई थी और यह मुद्दा उस समय काफी गरमाया था। इस जहरीली शराब ने अब तक दर्जनों घरों के चिराग बुझा दिए हैं।
घटना की सूचना मिलने पर डिप्टी कमिश्नर अमृतसर श्रीमती साक्षी साहनी और एस.एस.पी. अमृतसर ग्रामीण के उपायुक्त मनिंदर सिंह, सिविल सर्जन किरणदीप कौर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। वे सम्पूर्ण स्थिति का आकलन कर रहे हैं।
उपायुक्त साक्षी साहनी ने बताया कि कल शाम को इस बारे में सूचना मिली और उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में भेज दी। इन टीमों ने लोगों को प्रेरित किया और उन्हें अस्पतालों तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की हालत बेहतर है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जहरीली शराब की आपूर्ति करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर किसी ने भी इस जहरीली शराब का सेवन किया है तो वे अपना इलाज कराने के लिए आगे आएं।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए अमृतसर भेज दिया गया है। उपायुक्त ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच, पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर प्रभजीत सिंह उर्फ बब्बू, कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, साहिब सिंह उर्फ राय, गुरजंट उर्फ जंटा, सिकंदर सिंह उर्फ पप्पू और निंदर कौर को गिरफ्तार कर लिया है। इस गोरखधंधे में शामिल मुख्य सरगना साहिब सिंह को राजासांसी से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने चार अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है जो इस सरगना से शराब खरीदकर उसे गांवों में सप्लाई करते थे। पिछले सात घंटों में कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शराब की आपूर्ति करने वाली कंपनियों को पकड़ने के लिए टीमें तुरंत बाहरी राज्यों में भेज दी गई हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में मृतकों की पहचान मेजर सिंह उर्फ मोदी, परमजीत सिंह उर्फ पम्मा, सरबजीत सिंह उर्फ शब्बा, साधी सिंह उर्फ सिकंदर सभी निवासी गांव मरडी कलां, जोगिंदर सिंह उर्फ मन्ना, करनैल सिंह उर्फ महंत, जीता उर्फ सिटी सभी निवासी गांव थरीवाल, बलबीर सिंह, रमनदीप सिंह, रोमानजीत सिंह उर्फ रोमी सभी निवासी गांव भंगाली कलां के रूप में हुई है।
मजीठा पुलिस द्वारा अब तक की गई जांच में पता चला है कि प्रभजीत सिंह उर्फ बब्बू और कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू बड़ी मात्रा में शराब और अवैध शराब तैयार करके सप्लाई करते हैं और वे आगे यह जहरीली शराब गांव मरडी कलां के साहिब सिंह, गुरजंट उर्फ जंटा, सिकंदर सिंह उर्फ पप्पू, गांव थरीवाल के निंदर कौर, परमजीत सिंह उर्फ पम्मा और भंगाली कलां के राजा को सप्लाई करते हैं। इस शराब को पीने से 14 लोगों की मौत हो गई है।
हम निर्दोष लोगों के हत्यारों को नहीं बख्शेंगे: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मजीठा विधानसभा क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "निर्दोष लोगों के इन हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा।" ये मौतें नहीं, हत्याएं हैं। लोगों के घरों में जहरीली शराब फैलाने वालों को कानून के अनुसार सजा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और कहा कि सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है तथा उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
अमृतसर जिला ग्रामीण पुलिस के एसएसपी मनिंदर सिंह ने बताया कि जहरीली शराब मामले की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्रभजीत सिंह ने 50 लीटर इथेनॉल की आपूर्ति की थी, जिसे पानी में मिलाकर 120 लीटर में बदल दिया गया था। साहिब सिंह ऑनलाइन इथेनॉल प्राप्त करता था और बसों और कूरियर सेवाओं के माध्यम से इसकी आपूर्ति करता था। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन इथेनॉल बेचने वाली कई कंपनियों की पहचान की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमें जांच कर रही हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठा ने कहा कि सरकार मुख्य आरोपियों को बचा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस गोरखधंधे में आबकारी विभाग के अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने प्रत्येक पीड़ित को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार नकली और अवैध शराब के तस्करों को पकड़ने में विफल रही है।
मजीठा के डीएसपी और थाने के एसएचओ निलंबित
डीजीपी गौरव यादव ने इस मामले में मजीठा के डीएसपी और मजीठा थाने के एसएचओ को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं।
यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इस मामले में लापरवाही के आरोप में दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और इस संबंध में विभागीय जांच भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक मुख्य आरोपी समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें जहरीली शराब की आपूर्ति करने वाले कई वितरक भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए ऑनलाइन इथेनॉल मंगवाया गया था, जिसका इस्तेमाल जहरीली शराब तैयार करने में किया गया। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
