फिल्लौर में बाबा साहिब की प्रतिमा का अपमान, डॉ. भीम राव अंबेडकर वेलफेयर सोसायटी और पूरे एससी समुदाय ने गुरपतवंत पन्नू का पुतला जलाया

फिल्लौर के गांव नंगल में फिर से डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा का अपमान किया गया, फिल्लौर ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब में गुस्से की लहर है। पटियाला में भी डॉ. भीम राव अंबेडकर वेलफेयर सोसायटी ने गुरपतवंत पन्नू का पुतला जलाया और इस मौके पर एससी समाज के नेता नरेश कुमार बॉबी, सोनू संगर, राजेश घारू, शब्लू मट्टू अध्यक्ष धीरू नागर, हैप्पी लोट उपाध्यक्ष, संजीव कुमार एमसी, जतिंदर कुमार प्रिंस, सागर धारीवाल एमसी, राम चंद्र तंग, पंकज आदिवाल, पवन भूमक, अरुण धारीवाल ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि इन सभी समाजों को एकजुट होकर ऐसे बेईमान लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।

फिल्लौर के गांव नंगल में फिर से डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा का अपमान किया गया, फिल्लौर ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब में गुस्से की लहर है। पटियाला में भी डॉ. भीम राव अंबेडकर वेलफेयर सोसायटी ने गुरपतवंत पन्नू का पुतला जलाया और इस मौके पर एससी समाज के नेता नरेश कुमार बॉबी, सोनू संगर, राजेश घारू, शब्लू मट्टू अध्यक्ष धीरू नागर, हैप्पी लोट उपाध्यक्ष, संजीव कुमार एमसी, जतिंदर कुमार प्रिंस, सागर धारीवाल एमसी, राम चंद्र तंग, पंकज आदिवाल, पवन भूमक, अरुण धारीवाल ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि इन सभी समाजों को एकजुट होकर ऐसे बेईमान लोगों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। 
जो भी बाबा साहेब की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करता पाया जाए उसे सजा मिलनी चाहिए और हम सभी को बाबा साहेब जी की प्रतिमा की रक्षा करने की जरूरत है और पंजाब सरकार से मांग की है कि इन लोगों को जल्द ही पकड़ कर अंदर लाया जाए अन्यथा संघर्ष तेज किया जाएगा। 
इस अवसर पर समाज की निगरानी समिति के सदस्य डॉ. गुरविंदर कांसल ने कहा है कि फिल्लौर में बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के साथ की गई तोड़फोड़ बेहद निंदनीय है और इससे सभी वर्गों में रोष की भावना पैदा हो गई है क्योंकि संविधान बाबा साहेब ने हर वर्ग को ध्यान में रखकर लिखा था और कुछ समय पहले फिल्लौर में यह घटना घटी थी और अब यह घटना पंजाब सरकार की नाकामी को दर्शाती है। 
कंसल ने यह भी कहा है कि बाबा साहब का अपमान करने वालों के खिलाफ हम सब एकजुट हैं और ऐसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस अवसर पर राज्यपाल ईश कुमार, वीना परोचे, चंदन कल्याण, लकी संगर, विजय शाह, जतिन प्रोचे आदि मौजूद थे।