बिजली कर्मचारियों ने भीषण गर्मी में हेड ऑफिस के समक्ष किया प्रदर्शन

पटियाला, 23 मई: बिजली कर्मचारियों की ज्वलंत मांगों व समस्याओं के समाधान के लिए तथा पावरकॉम की मैनेजमेंट द्वारा निजीकरण की ओर बढ़ते कदमों को रोकने के लिए बिजली कर्मचारियों द्वारा भीषण गर्मी में हेड ऑफिस पटियाला के समक्ष साथी हरप्रीत सिंह, स्टेट को-कन्वीनर की अध्यक्षता में विशाल प्रदर्शन किया गया, जिसमें हजारों बिजली कर्मचारियों ने भाग लिया।

पटियाला, 23 मई: बिजली कर्मचारियों की ज्वलंत मांगों व समस्याओं के समाधान के लिए तथा पावरकॉम की मैनेजमेंट द्वारा निजीकरण की ओर बढ़ते कदमों को रोकने के लिए बिजली कर्मचारियों द्वारा भीषण गर्मी में हेड ऑफिस पटियाला के समक्ष साथी हरप्रीत सिंह, स्टेट को-कन्वीनर की अध्यक्षता में विशाल प्रदर्शन किया गया, जिसमें हजारों बिजली कर्मचारियों ने भाग लिया।
 पंजाब के कोने-कोने से आए बिजली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए राज्य नेता दलबीर सिंह जौहल, हरप्रीत सिंह, संजीव कुमार, संजीव सैनी, दीपक कुमार, सुरिंदर धरंगवाला, सिंगार चंद, सिंदर सिंह, लखवीर सिंह ने कहा कि 6वें वेतन आयोग के अनुसार संशोधित वेतन, पेंशन, पारिवारिक पेंशन, अवकाश नकदीकरण (महंगाई भत्ता/महंगाई सहित) का बकाया वर्ष 2025 में दो किस्तों में दिया जाए, 2004 के बाद भर्ती हुए कर्मचारियों के लिए भी पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए, सी.आर.ए. 249/4, 267/11 और 281/13 के तहत भर्ती किए गए लाइनमैन/एस.एस.ए. को पेंशनरी लाभ, वरिष्ठता और पदोन्नति में अनुबंध अवधि का लाभ दिया जाए। 
295/19, शेष 25 साथियों को बहाल व नियमित करने, जुलाई 2020 से नियुक्त कर्मचारियों पर केंद्र सरकार के वेतनमान की बजाय बिजली निगम का स्केल लागू करने, जुलाई 2021 से पहले भर्ती हुए कर्मचारियों, जिनकी नियुक्ति/पदोन्नति संशोधित स्केल लागू होने के बाद हुई है, को वित्त परिपत्र संख्या 24/21 के अनुसार 15 प्रतिशत की वृद्धि देने, संशोधित वेतन सहित मूल वेतन 35400 करने व अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों का तुरंत समाधान किया जाए तथा संगठन द्वारा दिए गए मांग पत्र के अनुसार समस्या का समाधान किया जाए।
 लेकिन मांगों व मुद्दों का समाधान करने की बजाय पावरकॉम की मैनेजमेंट ने लालड़ू व खरड़ डिवीजन समेत 10 डिवीजनों में बिजली प्रबंधन का सारा काम ट्रायल के तौर पर देने की दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, जिसका आज के प्रदर्शन में कड़ा विरोध किया गया तथा मांग की गई कि संस्थान के अंदर निजीकरण की नीति को तुरंत रोका जाए।
 धरने को संबोधित करते हुए साथी कुलदीप सिंह खन्ना मुख्य सलाहकार, अवतार सिंह कैंथ अध्यक्ष ज्वाइंट एक्शन कमेटी मुख्य कार्यालय पटियाला, जगजीत सिंह कंडा पूर्व ज्वाइंट फोरम नेता, जगतार सिंह उप्पल पूर्व राज्य महासचिव, प्रीतम सिंह पिंडी, दर्शन सिंह बेलूमाजरा लोक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के नेता, गुरचरण सिंह नाभा आदि ने पावरकॉम की मैनेजमेंट से मांग की कि संस्था में खाली पड़े हजारों पदों को रेगुलर भर्ती के जरिए तुरंत भरा जाए, जो मृतक आवेदन करने से चूक गए हैं उनके वारिसों को मौका दिया जाए और वेतन की शुरुआती राशि जमा करवाकर नौकरी दी जाए, सीएचबी समेत कच्चे ठेकों पर लगे सभी तरह के मीटर रीडरों को तुरंत पक्का किया जाए। 
आज के विशाल रोष प्रदर्शन में तकनीकी सेवाएं यूनियन के हजारों कर्मचारियों ने आसमान में गूंजते नारों के साथ पावरकॉम की मैनेजमेंट और कर्मचारियों की अहम मांगों को मानने पर जोर दिया। वहीं कई गुमराह करने वाली ताकतों के भ्रम भी दूर किए गए। मंच संचालन कामरेड दलबीर सिंह जौहल ने बखूबी संभाला। अंत में कामरेड हरप्रीत सिंह फरीदकोट राज्य सह संयोजक ने प्रदर्शन में आए हजारों साथियों का धन्यवाद किया।