
नगर निगम चंडीगढ बनने से पहले बना मंदिर तोड़ा जाएगा, गांव वासियों की आस्था से खिलवाड़
चंडीगढ़- चंडीगढ़ के गांव अटावा स्थित एकमात्र प्राचीन मंदिर को कल तोड़े जाने की सूचना से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश और दुख देखा जा रहा है। यह मंदिर नगर निगम चंडीगढ़ के अस्तित्व में आने से पहले का बना हुआ है और वर्षों से ग्रामीणों की आस्था का केंद्र रहा है।
चंडीगढ़- चंडीगढ़ के गांव अटावा स्थित एकमात्र प्राचीन मंदिर को कल तोड़े जाने की सूचना से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश और दुख देखा जा रहा है। यह मंदिर नगर निगम चंडीगढ़ के अस्तित्व में आने से पहले का बना हुआ है और वर्षों से ग्रामीणों की आस्था का केंद्र रहा है।
सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी ने इस संबंध में चिंता जताते हुए कहा, "गांव अटावा में यह इकलौता मंदिर है। यदि इसे भी तोड़ दिया गया, तो लोग माता के दर्शन और पूजा-पाठ के लिए कहां जाएंगे? यह केवल एक इमारत नहीं, बल्कि लोगों की आस्था और भावना से जुड़ा धार्मिक स्थल है।"
उन्होंने आगे कहा कि लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना निंदनीय है। मंदिर को बचाने के लिए प्रशासन को वैकल्पिक समाधान निकालना चाहिए, न कि इसे तोड़ना।
स्थानीय निवासियों ने भी मंदिर को तोड़े जाने के निर्णय का विरोध किया है और मांग की है कि मंदिर को संरक्षित किया जाए।
