
"काटने और सिलाई" का कौशल हमारी बेटियों के लिए जीवन भर का आभूषण माना जाता है- बरजिंदर सिंह हुसैनपुर।
नवांशहर- हर लड़की को सिलाई प्रशिक्षण लेना चाहिए क्योंकि हर परिवार और हर संस्थान में इसका बहुत महत्व है, यही कारण है कि इसे विश्व स्तर पर सम्मान दिया जाता है। यह शब्द नरोआ पंजाब के संस्थापक चेयरमैन स. बरजिंदर सिंह हुसैनपुर ने स्थानीय दोआबा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बेनेवोलेंट सोसायटी और दोआबा सिख नेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा आपसी सहमति के तहत शुरू किए गए 'कटिंग-सिलाई ट्रेनिंग सेंटर' के उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कई बार हम सोचते हैं कि हमें सिर्फ वही काम सीखना चाहिए जो नौकरी के लिए उपयोगी हो, लेकिन जैसे खाना बनाना, यह सभी के लिए फायदेमंद है और सभी को आना चाहिए।
नवांशहर- हर लड़की को सिलाई प्रशिक्षण लेना चाहिए क्योंकि हर परिवार और हर संस्थान में इसका बहुत महत्व है, यही कारण है कि इसे विश्व स्तर पर सम्मान दिया जाता है। यह शब्द नरोआ पंजाब के संस्थापक चेयरमैन स. बरजिंदर सिंह हुसैनपुर ने स्थानीय दोआबा सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बेनेवोलेंट सोसायटी और दोआबा सिख नेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा आपसी सहमति के तहत शुरू किए गए 'कटिंग-सिलाई ट्रेनिंग सेंटर' के उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कई बार हम सोचते हैं कि हमें सिर्फ वही काम सीखना चाहिए जो नौकरी के लिए उपयोगी हो, लेकिन जैसे खाना बनाना, यह सभी के लिए फायदेमंद है और सभी को आना चाहिए।
हमारे बच्चे दुसर देशें में इसकी आवश्यकता को समझने लगे हैं। इसी प्रकार आज के मशीनी युग में वाहन चलाने, प्राकृतिक आपदाओं से बचने तथा प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण के प्रति भी गम्भीर होने की आवश्यकता है, जो दैनिक जीवन में स्वयं की तथा दूसरों की सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम हैं। इससे पहले प्रिंसिपल परविंदर सिंह जस्सोमजारा ने मुख्य अतिथि, समाजसेवियों, स्टाफ व विद्यार्थियों का औपचारिक स्वागत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत छात्रा नैना और गुरसिमरन द्वारा धार्मिक गीत के साथ हुई, जबकि भावना शर्मा ने हस्तशिल्प प्रशिक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की। उपकार सोसायटी के अध्यक्ष जेएस गिद्दा, मास्टर नरिंदर सिंह भारटा ने कटाई-सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम की आवश्यकता और महत्व के बारे में जानकारी साझा की। देस राज बाली ने तरन्नम में एक प्रेरक जागरूकता रचना प्रस्तुत की। महेंद्रपाल ने मंच सचिव की भूमिका बखूबी निभाई।
उद्घाटन समारोह में स्कूल प्रबंधक लेहम्बर सिंह और रिटा: प्रिंसीपल हरविंदर सिंह ने विद्यार्थियों को कटाई-सिलाई प्रशिक्षण का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर मुख्य मेहमान ने सहयोगी संस्थाओं व शख्सियतों को सम्मानित किया, जिनमें पीएसटीएस गिद्दा वेलफेयर सोसायटी सुजों , सुरजीत कौर डुलकू, डा. अजय बग्गा, जीएस तूर, गुरचरण सिंह बसियाला, जोगा सिंह साधडा, गुरमीत सिंह सोडी कैनेडा, गुरप्रीत कौर और हरिंदरपाल सिंह ‘घर संभालो’ तथा प्रशिक्षक कोमल रानी शामिल थीं।
इस अवसर पर बलबीर सिंह संघा, महिंदर सिंह अटवाल, हरविंदर सिंह, लेहंबर सिंह मैनेजर, सुरजीत कौर दुलकू, बीरबल खींची, नरिंदरपाल तूर, माता नरिंदर सिंह भारटा, देस राज बाली, हरबंस कौर, ज्योति बग्गा, राजिंदर कौर गिद्दा, पलविंदर कौर बड़वाल, बलविंदर कौर बाली, वासदेव परदेसी, गुरप्रीत कौर और हरिंदरपाल सिंह "घर संभालो” प्रशिक्षक कोमल रानी, सुखविंदर कौर सुक्खी, जसकरण सिंह, सुरजीत सिंह, कोमल रानी, बंदना, सतपाल लंगरोआ और इंद्रजीत सिंह मुबारकपुर और प्रभात मौजूद थे।
सरदार बरजिंदर सिंह हुसैनपुर (नरोआ पंजाब) को मैनेजमेंट, प्रिंसिपल और उपकार सोसायटी द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में पूर्व मुखी हरविन्द्र सिंह ने मुख्य अतिथि, समाजसेवियों, स्टाफ सदस्यों व विद्यार्थियों का धन्यवाद किया।
