
कपूरथला जिले से 98.6% अंक लेकर टॉप करने वाली प्रभरूप कौर हमारा अपना सम्मान है - कंवर इकबाल सिंह, परविंदर सिंह ढोट।
कपूरथला (पैगाम-ए-जगत) - शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब सरकार की सबसे बड़ी संस्था पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग, पंजाब के सदस्य अंतरराष्ट्रीय कवि कंवर इकबाल सिंह तथा राज्य संयुक्त सचिव आर्किटेक्ट परविंदर सिंह ढोट ने एमजीएन स्कूल की छात्रा प्रभरूप कौर की सीबीएसई प्लस-2 कॉमर्स स्ट्रीम में 98.6% अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त करने पर लड़की के परिवार का दौरा किया तथा विशेष रूप से सम्मानित किया।
कपूरथला (पैगाम-ए-जगत) - शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब सरकार की सबसे बड़ी संस्था पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग, पंजाब के सदस्य अंतरराष्ट्रीय कवि कंवर इकबाल सिंह तथा राज्य संयुक्त सचिव आर्किटेक्ट परविंदर सिंह ढोट ने एमजीएन स्कूल की छात्रा प्रभरूप कौर की सीबीएसई प्लस-2 कॉमर्स स्ट्रीम में 98.6% अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त करने पर लड़की के परिवार का दौरा किया तथा विशेष रूप से सम्मानित किया।
पंजाब सरकार के प्रतिनिधि एवं आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कंवर इकबाल सिंह और परविंदर सिंह ढोट ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि पंजाब भर के स्कूलों और कॉलेजों में जहां विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा दी जाती है। साथ ही, यह हमारा नैतिक कर्तव्य भी है कि हम समय-समय पर अपनी योग्यता से उच्च उपलब्धि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित करें, ताकि अन्य विद्यार्थी भी प्रोत्साहित होकर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें।
जिले से सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा प्रभरूप कौर ने एक पत्रकार द्वारा पूछे गए प्रश्न कि भविष्य में वह किस क्षेत्र में जाना चाहती हैं, के उत्तर में कहा कि वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहती हैं, ताकि अकाउंट्स के क्षेत्र में अपना नाम बना सकें।
प्रभरूप कौर के दादा श्री जसपाल सिंह की दादी राजिंदर कौर रानी, पिता सरबजीत सिंह और माता रैनसी ने आम आदमी पार्टी के इन वरिष्ठ नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमें अपनी बेटी की उपलब्धि पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि पंजाब सरकार ने आकर हमारे दरवाजे पर दस्तक दी है।
बालिका प्रभरूप कौर को सम्मानित करते समय अंतर्राष्ट्रीय कवि कंवर इकबाल सिंह, परविंदर सिंह ढोट व बालिका के परिवार के सदस्य मौजूद थे।
