
दोआबा साहित्य सभा गढ़शंकर की मई माह की बैठक आयोजित की गई।
गढ़शंकर- दोआबा साहित्य सभा रजिस्टर्ड गढ़शंकर की मई माह की बैठक सभा के कार्यालय/मेजर सिंह मौजी मेमोरियल लाइब्रेरी गांधी पार्क गढ़शंकर में प्रधान डॉ. बिक्कर सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में केंद्रीय पंजाबी लेखक संघ (सेखों) के महासचिव प्रो. संधू वरयानवी विशेष रूप से उपस्थित हुए।
गढ़शंकर- दोआबा साहित्य सभा रजिस्टर्ड गढ़शंकर की मई माह की बैठक सभा के कार्यालय/मेजर सिंह मौजी मेमोरियल लाइब्रेरी गांधी पार्क गढ़शंकर में प्रधान डॉ. बिक्कर सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में केंद्रीय पंजाबी लेखक संघ (सेखों) के महासचिव प्रो. संधू वरयानवी विशेष रूप से उपस्थित हुए।
बैठक के दौरान सत्र 2024-25 के दौरान सोसायटी की साहित्यिक गतिविधियों और आय-व्यय पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, जिसे सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इसके साथ ही विधानसभा द्वारा वर्ष 2025-26 का वार्षिक बजट भी पारित किया गया।
सभा के सदस्यों ने 30 मार्च 2025 को आयोजित होने वाले वार्षिक पुरस्कार समारोह एवं कवि दरबार की समीक्षा की तथा भविष्य के कार्यक्रमों को बेहतर बनाने के लिए रचनात्मक सुझाव दिए। इसके बाद आज का कवि दरबार आयोजित किया गया, जो महान कवि श्री उल्फत बाजवा की स्मृति को समर्पित था।
जिसमें प्रो. संधू वरयानवी, प्रिंसिपल बिक्कर सिंह, पवन कुमार भामियां, संतोख सिंह वीर जी, अमरीक हमराज, सरवन सिद्धु, मास्टर हंस राज, शिक्षक नेता मुकेश गुजराती सहित उपस्थित कवियों ने अपनी रचनाएं और विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दौरान गीतकार अमरीक हमराज ने तरन्नुम में 1947 के विभाजन पर अपना गीत "फट 1947 दे" गाकर माहौल को काफी भावुक कर दिया।
अंत में सभा के महासचिव पवन भामियां ने उपस्थित सदस्यों एवं श्रोताओं का धन्यवाद किया।
