
गेहूं की कटाई के बाद पराली को आग न लगाएं - आदर्श समाज कल्याण सोसायटी पंजाब
गढ़शंकर- गेहूं की फसल की कटाई के साथ ही खेतों में पराली को आग लगाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। जो हमारे जीवन और आने वाली पीढ़ियों के लिए खतरनाक है। यह बात आदर्श समाज कल्याण सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष सतीश कुमार सोनी और संयुक्त सचिव ब्लॉक संतोख सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
गढ़शंकर- गेहूं की फसल की कटाई के साथ ही खेतों में पराली को आग लगाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। जो हमारे जीवन और आने वाली पीढ़ियों के लिए खतरनाक है। यह बात आदर्श समाज कल्याण सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष सतीश कुमार सोनी और संयुक्त सचिव ब्लॉक संतोख सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि गेहूं की कटाई के साथ ही किसानों द्वारा अपने खेतों में पराली को आग लगाने का सिलसिला शुरू हो गया है। जो हमारे समाज के लिए बहुत चिंता का विषय है और हमारे समाज के लिए घातक भी साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा संगठन पर्यावरण को बचाने के लिए अलग-अलग समय पर प्रयास करता है और पर्यावरण बचाओ, बेटी बचाओ अभियान के तहत जागरूकता शिविर भी लगाए जाते हैं।
लेकिन जब तक किसान खेतों में गेहूं के डंठल और धान के सीजन में धान की पराली को आग लगाते रहेंगे, तब तक हमारे समाज और अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा पर्यावरण को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयास व्यर्थ ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि खेतों में आग लगाने से हमारी भूमि में उपस्थित मित्र जीव जो हमारे खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में सहायक होते हैं, वे भी जलकर नष्ट हो जाते हैं।
इसलिए हमें उन्हें बचाने के लिए खेतों में आग लगाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि आदर्श समाज कल्याण सोसायटी पंजाब प्रेस के माध्यम से किसानों व राज्य सरकार से अनुरोध करती है कि खेतों में गेहूं के डंठल जलाने व फसलों में खाद व जहरीले कीटनाशकों के प्रयोग पर सख्ती से रोक लगाई जाए, ताकि हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ व स्वस्थ बना रहे।
