नगर निगम की वित्त और ठेका समिति की बैठक में 12 करोड़ के नए कार्यों और 13 करोड़ के वर्क ऑर्डरों को मंजूरी

एसएएस नगर, 12 मई- मोहाली नगर निगम की वित्त और ठेका समिति की बैठक मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू की अध्यक्षता में हुई, जिसमें 12 करोड़ रुपये के नए कार्यों के अनुमान को मंजूरी दी गई, और 13 करोड़ रुपये के कार्यों के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए गए। बैठक में वरिष्ठ डिप्टी मेयर अमरीक सिंह सोमल, डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी, सदस्य जसवीर सिंह मणकू और अनुराधा आनंद, मुख्य अभियंता नरेश बट्टा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

एसएएस नगर, 12 मई- मोहाली नगर निगम की वित्त और ठेका समिति की बैठक मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू की अध्यक्षता में हुई, जिसमें 12 करोड़ रुपये के नए कार्यों के अनुमान को मंजूरी दी गई, और 13 करोड़ रुपये के कार्यों के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए गए। बैठक में वरिष्ठ डिप्टी मेयर अमरीक सिंह सोमल, डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी, सदस्य जसवीर सिंह मणकू और अनुराधा आनंद, मुख्य अभियंता नरेश बट्टा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू ने बताया कि इन कार्यों में मुख्य रूप से शहर से संबंधित सीवरेज, फुटपाथ, सड़कें आदि के कार्यों को मंजूरी दी गई है। उन्होंने बताया कि बैठक में मोहाली के विभिन्न क्षेत्रों को बरसाती पानी के प्रभाव से बचाने के लिए भी विचार-विमर्श हुआ। इस संबंध में किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई कि इस कार्य पर 200 करोड़ रुपये का खर्च होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार को पत्र लिखा जा रहा है ताकि सरकार यह राशि उपलब्ध कराए।
उन्होंने कहा कि मोहाली में बरसाती पानी की ड्रेनेज पाइपों की डी-सिल्टिंग के लिए चार जोन बनाए गए हैं, जिनके टेंडर हो चुके हैं। इसके अलावा, एन-चो में खड़े सरकंडों की सफाई अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि मोहाली में पहला साइकिल ट्रैक बहुत सफलतापूर्वक चल रहा है, और उनका लक्ष्य है कि सभी आवासीय क्षेत्रों को बाजारों के साथ साइकिल ट्रैक के माध्यम से जोड़ा जाए, जिससे न केवल पार्किंग की समस्या हल होगी बल्कि लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।
उन्होंने कहा कि शहर के प्रत्येक वार्ड में विकास कार्य आवश्यकतानुसार किए जा रहे हैं, और इन कार्यों में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में गुणवत्ता के साथ समझौता न किया जाए, और अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की समय-समय पर समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई कमी पाई जाती है, तो संबंधित ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।