
ਵਿਸ਼ਵ ਪ੍ਰੈਸ ਆਜ਼ਾਦੀ ਦਿਵਸ ਦੁਨੀਆ ਭਰ ਵਿੱਚ ਮਨਾਇਆ ਜਾਣ ਵਾਲਾ ਇੱਕ ਮਹਾਨ ਤਿਉਹਾਰ ਹੈ: ਡਾ. ਇੰਦੂ ਬਾਂਸਲ।
3 मई 2025, चंडीगढ़- विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस हर साल 3 मई को मनाया जाता है। यह दुनिया भर में मीडिया की स्वतंत्रता और उसकी आवाज के महत्व को समझाने और उसका समर्थन करने के लिए मनाया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय उत्सव है। इस दिवस की शुरुआत सबसे पहले 1994 में यूनेस्को द्वारा की गई थी और तब से यह दुनिया भर के देशों में मनाया जाता है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व को उजागर करना और पत्रकारों के सामने आने वाले खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
3 मई 2025, चंडीगढ़- विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस हर साल 3 मई को मनाया जाता है। यह दुनिया भर में मीडिया की स्वतंत्रता और उसकी आवाज के महत्व को समझाने और उसका समर्थन करने के लिए मनाया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय उत्सव है। इस दिवस की शुरुआत सबसे पहले 1994 में यूनेस्को द्वारा की गई थी और तब से यह दुनिया भर के देशों में मनाया जाता है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रता के महत्व को उजागर करना और पत्रकारों के सामने आने वाले खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा की संस्थापक एवं प्रदेश अध्यक्ष डॉ. इंदु बंसल ने पत्रकारों को उक्त दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की शुरुआत यूनेस्को द्वारा 1991 में की गई थी। उस समय यूनेस्को संसद ने दुनिया भर के पत्रकारों और मीडिया संगठनों को स्वतंत्रता और आजादी के लिए लड़ने की आवश्यकता पर चर्चा की थी। इस चर्चा के बाद यूनेस्को संसद ने 1993 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया तथा 3 मई को इस दिवस को मनाने का निर्णय लिया। यह दिवस पहली बार 1994 में मनाया गया तथा तब से यह प्रतिवर्ष मनाया जा रहा है।
डॉ. बंसल ने कहा कि श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा एक ऐसा पत्रकार संघ है जो पत्रकारों के हितों तथा प्रेस स्वतंत्रता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
डॉ. बंसल ने कहा कि पत्रकारों के हितों के लिए हमने हरियाणा सरकार से मांग की है कि पत्रकार के परिवार को निशुल्क शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिले, साथ ही हरियाणा में भी पत्रकार सुरक्षा अधिनियम शीघ्र लागू किया जाए। जिसके लिए शीघ्र ही हरियाणा के मुख्यमंत्री व राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन भी दिया जाएगा।
डॉ. बंसल ने कहा कि श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का ऐसा पत्रकार संघ है जिसकी सदस्यता शुल्क मात्र 10 रुपए है। जिसमें पत्रकारों को समूह बीमा योजना का लाभ भी दिया जाता है।
डॉ. बंसल ने कहा कि श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा ने हाल ही में सरकार द्वारा लागू किए गए पीआरजीआई के नए नियमों का भी विरोध करते हुए प्रेस की स्वतंत्रता की वकालत की थी। डॉ. बंसल ने कहा कि श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा ने मात्र 5 महीने की छोटी सी अवधि में न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश में नए आयाम स्थापित किए हैं। और जल्द ही पत्रकारों के हितों की लड़ाई को और मजबूत करने के लिए पूरे हरियाणा में श्रमजीवी पत्रकार संघ हरियाणा की जिला कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा।
