पानी बचाने के लिए हम सब एकजुट हैं: जीत महेंद्र सिंह सिद्धू

पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है और यहां की कृषि की जीवन रेखा पानी है। राज्य की सिंचाई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पानी की कमी समय-समय पर होती रहती है। ऐसी स्थिति में पंजाब के हिस्से का पानी किसी अन्य राज्य को नहीं दिया जा सकता। लेकिन अगर पंजाब का पानी छीनने की कोशिश की गई तो हम सब इसे बचाने की लड़ाई में एकजुट हैं।

पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है और यहां की कृषि की जीवन रेखा पानी है। राज्य की सिंचाई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पानी की कमी समय-समय पर होती रहती है। ऐसी स्थिति में पंजाब के हिस्से का पानी किसी अन्य राज्य को नहीं दिया जा सकता। लेकिन अगर पंजाब का पानी छीनने की कोशिश की गई तो हम सब इसे बचाने की लड़ाई में एकजुट हैं।
उपरोक्त विचार वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक जीत महेंद्र सिंह सिद्धू ने यहां जारी एक प्रेस बयान के माध्यम से व्यक्त किए। सिद्धू ने कहा कि पानी का मुद्दा लंबे समय से गंभीर मुद्दा रहा है और इसलिए सरकारों ने समय-समय पर कानूनी लड़ाई लड़ी है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के हिस्से का पानी हरियाणा को देने के मौजूदा प्रयास से उत्पन्न विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। लेकिन अगर केंद्र सरकार अपनी शक्ति का इस्तेमाल करके पंजाब के हिस्से का पानी हरियाणा को देने की कोशिश करेगी तो सभी पंजाबी इसका कड़ा विरोध करेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भी पंजाब के पानी को लूटने के प्रयासों का कड़ा विरोध करती है और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि समूची पंजाब कांग्रेस जल युद्ध में राज्य के हितों को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है।