
अकाली दल ने चप्पड़चिड़ी सड़क की खराब हालत पर सवाल उठाए।
एसएएस नगर, 2 मई - शिरोमणि अकाली दल के हलका इंचार्ज जत्थेदार परविंदर सिंह सोहाना ने कहा है कि पंजाब को रंग-बिरंगा बनाने का दावा करने वाली पंजाब सरकार लोगों की बुनियादी जरूरतों को भी पूरा करने में असमर्थ रही है। ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा बंदा सिंह बहादुर को जोड़ने वाली सड़क की खस्ता हालत के बारे में उन्होंने कहा कि बादल सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च करके बाबा बंदा सिंह बहादुर फतेह बुर्ज का निर्माण करवाया था, जिसके लिए रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु चप्पड़चिड़ी आते हैं, लेकिन इस पवित्र स्थान को खरड़ और मोहाली से जोड़ने वाली सड़क की खस्ता हालत पंजाब सरकार के विकास के दावों को धक्का पहुंचा रही है।
एसएएस नगर, 2 मई - शिरोमणि अकाली दल के हलका इंचार्ज जत्थेदार परविंदर सिंह सोहाना ने कहा है कि पंजाब को रंग-बिरंगा बनाने का दावा करने वाली पंजाब सरकार लोगों की बुनियादी जरूरतों को भी पूरा करने में असमर्थ रही है। ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा बंदा सिंह बहादुर को जोड़ने वाली सड़क की खस्ता हालत के बारे में उन्होंने कहा कि बादल सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च करके बाबा बंदा सिंह बहादुर फतेह बुर्ज का निर्माण करवाया था, जिसके लिए रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु चप्पड़चिड़ी आते हैं, लेकिन इस पवित्र स्थान को खरड़ और मोहाली से जोड़ने वाली सड़क की खस्ता हालत पंजाब सरकार के विकास के दावों को धक्का पहुंचा रही है।
अकाली नेता ने कहा कि सड़क की इस खस्ता हालत के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं और यात्रियों के वाहनों को भी भारी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि 12 मई को बाबा बंदा सिंह बहादुर का वार्षिक समागम मनाने के लिए क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु एकत्रित होंगे, जिसके संबंध में स्थानीय विधायक को कई बार अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन 3 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी श्रद्धालुओं व क्षेत्रवासियों की यह महत्वपूर्ण मांग आज तक पूरी नहीं हुई।
उन्होंने मांग की कि इस सड़क की तुरंत मरम्मत कर कारपेटिंग की जाए ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना न करना पड़े, अन्यथा क्षेत्रवासी संघर्ष करने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर गुरुद्वारा साहिब के व्यवस्थापक, पूर्व सरपंच सोहन सिंह चप्पड़चिड़ी, नवजोत सिंह ज्योति, सरपंच गुरप्रीत सिंह तंगोरी, लंबरदार हरविंदर सिंह सुखगढ़, करमजीत सिंह मौली और कुलदीप सिंह और ग्रामीण भी उपस्थित थे।
