
स्वास्थ्य विभाग एवं मिलावटखोरों के खिलाफ नारेबाजी कर किया प्रदर्शन
पटियाला: न्यू पटियाला वेलफेयर क्लब पिछले काफी समय से सभी प्रकार के खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट से पूरी तरह निजात दिलाने के लिए संघर्ष कर रहा है। जिसको लेकर अध्यक्ष अरविंदर कुमार काका के नेतृत्व में मिलावटखोरों एवं स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
पटियाला: न्यू पटियाला वेलफेयर क्लब पिछले काफी समय से सभी प्रकार के खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट से पूरी तरह निजात दिलाने के लिए संघर्ष कर रहा है। जिसको लेकर अध्यक्ष अरविंदर कुमार काका के नेतृत्व में मिलावटखोरों एवं स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष अरविंदर कुमार काका ने मौजूदा कलेक्शन सिस्टम पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग दिखावे के लिए छापेमारी एवं जांच भी करता है, फिर खानापूर्ति के लिए सैंपल भरता है, लेकिन बाद में क्लीन चिट दे दी जाती है।
स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी एवं कर्मचारी भी मिलावटखोरों से कम दोषी नहीं हैं, जिनके लालच के कारण पंजाब में मिलावटखोरी का धंधा फल-फूल रहा है। लेकिन मिलावटखोर अपने फायदे के लिए लोगों को मौत के मुंह में धकेल रहे हैं। जबकि मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचना लोगों की जान लेने के बराबर अपराध है, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।
उन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त कई अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि रिश्वत के पैसे से महंगी गाड़ियां तो खरीदी जा सकती हैं, लेकिन किसी की जान नहीं। अगर मिलावटखोर इसी तरह लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करते रहे तो फिर सेहत विभाग की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि मिलावटखोर दुकानों में धर्मगुरुओं की फोटो लगाकर और भगवान के नाम का मजाक बनाकर लोगों की जान से खेल रहे हैं। जो कि मानवता का सरासर हनन है। स्वार्थी मिलावटखोर कम कीमत में ज्यादा पैसा कमाने की होड़ में लगे हैं। जिन्हें किसी का कोई डर नहीं है। जबकि सरकार को मिलावटखोरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने की सख्त जरूरत है, लेकिन मान सरकार कुछ करने की बजाय सिर्फ तमाशबीन बनकर तमाशा देख रही है।
सेहत विभाग की मिलीभगत के बिना मिलावटखोरी का धंधा नहीं चल सकता। अध्यक्ष अरविंदर कुमार काका ने सरकार से मांग की कि मिलावट के धंधे में बनाई गई संपत्ति को तुरंत जब्त किया जाए और मिलावटखोर को सख्त सजा दी जाए। इस अवसर पर हुकम सिंह, मान सिंह, करम सिंह, जगतार सिंह, सुखविंदर सिंह, नरेश कुमार, सतपाल सिंह, प्रदीप सिंह, मंगत राम, जंग खान, बी.एम. गौतम, नरिंदर पाल सिंह आदि मौजूद थे।
