डीटीएफ ने बेरोजगार शिक्षकों पर पुलिस अत्याचार के खिलाफ अर्थी फुक प्रदर्शन किया।

नवांशहर: 19 अप्रैल को शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के गांव गंभीरपुर में 5994 भर्ती (बैकलॉग) में चयनित अध्यापकों द्वारा नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग को लेकर चल रहे संघर्ष के दौरान आनंदपुर साहिब पुलिस प्रशासन ने उन पर बुरी तरह से हमला किया।

नवांशहर: 19 अप्रैल को शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के गांव गंभीरपुर में 5994 भर्ती (बैकलॉग) में चयनित अध्यापकों द्वारा नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग को लेकर चल रहे संघर्ष के दौरान आनंदपुर साहिब पुलिस प्रशासन ने उन पर बुरी तरह से हमला किया।
मौके पर मौजूद एसएचओ दानिशवीर ने एक शिक्षक को खुलेआम थप्पड़ मारा, जबकि शिक्षकों को गिरफ्तार किया जा रहा था, बस में चढ़ते समय उन्हें घसीटा गया और लात-घूसे मारे गए, तथा एक अन्य पुलिसकर्मी घुटने के बल पर एक शिक्षक के कूल्हे पर बैठ गया। सरकार की शह पर बेरोजगार अध्यापकों को थाने में ले जाकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया तथा पुलिस प्रशासन भविष्य में भी ऐसी कार्यवाही जारी रखने संबंधी बेशर्मी भरे बयान सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दे रहा है। 
इसे अमानवीय अत्याचार बताते हुए डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट ने जिला अध्यक्ष जसविंदर औजला और महासचिव मनोहर लाल के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर बैठक की और शिक्षा क्रांति, मुख्यमंत्री पंजाब और शिक्षा मंत्री पंजाब के पुतले फूंके। इस दौरान पहलगाम (कश्मीर) में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई तथा विभाजनकारी सांप्रदायिक ताकतों से सतर्क रहने की अपील भी की गई। 
इस अवसर पर उपाध्यक्ष शंकर दास, अजय चाहर मजारा प्रेस सचिव चंद्र शेखर ने कहा कि पंजाब सरकार पिछले दिनों पुलिस को खुली छूट देकर राज्य के सभी वर्गों के लोगों के संघर्ष को कुचलने का प्रयास कर रही है तथा पंजाब को पुलिस राज्य बनाने की ओर बढ़ रही है। इसके तहत भर्ती से संबंधित 5994 बेरोजगार अध्यापकों को निशाना बनाकर उन पर अंधाधुंध अत्याचार किया गया है तथा पंजाब के संघर्षशील लोगों को डराने का प्रयास किया गया है। 
पंजाब की संघर्षशील विरासत का हवाला देते हुए उन्होंने मांग की कि पंजाब सरकार अध्यापकों के साथ मारपीट करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करे तथा चल रही सभी भर्तियों के शेष बचे अध्यापकों को नियुक्ति पत्र जारी करे। जिन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिल गए हैं, उन्हें स्कूलों में उपस्थित कराया जाए। 5994 भर्तियों में से 2994 बैकलॉग भर्तियों के नियुक्ति पत्र शीघ्र जारी किए जाएं। तथाकथित शिक्षा क्रांति के माध्यम से लोगों को गुमराह करना बंद करें। स्कूलों में रिक्त शिक्षकों के पदों को तुरंत भरा जाना चाहिए। शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्य नहीं कराया जाना चाहिए।
डीटीएफ के जिला नेता मनजीत राम व बलवीर भुल्लर ने कहा कि अध्यापकों की भावी मांगों को लेकर भाईचारा संगठनों के सहयोग से 4 मई को शिक्षा मंत्री के गांव गंभीरपुर में किए जाने वाले चेतावनी मार्च में पूर्ण भागीदारी की जाएगी। इस मौके पर पेंशनर बलवीर कुमार, गुरविंदर सिंह जगदीप सैंपल, दिलबाग सिंह, रमेश ठाकुर, योधपाल, गगन सुनियारा, गुरदीप दुपालपुरी, मनदीप कुमार, सुखजिंदर राम, राम जीत, सतनाम मीरपुरी, यशपाल शर्मा, भूपिंदर सरोया और सतविंदर सेंभी आदि भी मौजूद थे।