
पंजाब अधीनस्थ सेवाएं फेडरेशन (1680), कर्मचारी-पेंशनरों ने वन कार्यालय से पंजाब सरकार का शव निकाला और डीसी कार्यालय पहुंचकर उसे जलाया।
पटियाला 22 अप्रैल- पंजाब कर्मचारी एवं पेंशनर्स संयुक्त फ्रंट के आह्वान पर सरकारी व अर्धसरकारी कर्मचारियों, पेंशनरों व कच्चे कर्मचारियों ने जिला प्रशासनिक परिसर में रोष रैली की और पंजाब सरकार के झूठे सेवकों का शव जलाया। सबसे पहले कर्मचारी-पेंशनरों व कच्चे कर्मचारियों ने वन विभाग के वन डिवीजन कार्यालय में एकत्रित होकर यहां वन अधिकारियों के खिलाफ रैली निकाली और डिप्टी कमिश्नर कार्यालय तक मार्च किया, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री की कड़ी आलोचना की।
पटियाला 22 अप्रैल- पंजाब कर्मचारी एवं पेंशनर्स संयुक्त फ्रंट के आह्वान पर सरकारी व अर्धसरकारी कर्मचारियों, पेंशनरों व कच्चे कर्मचारियों ने जिला प्रशासनिक परिसर में रोष रैली की और पंजाब सरकार के झूठे सेवकों का शव जलाया। सबसे पहले कर्मचारी-पेंशनरों व कच्चे कर्मचारियों ने वन विभाग के वन डिवीजन कार्यालय में एकत्रित होकर यहां वन अधिकारियों के खिलाफ रैली निकाली और डिप्टी कमिश्नर कार्यालय तक मार्च किया, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री की कड़ी आलोचना की।
मांग की गई कि कर्मचारियों व पेंशनरों पर 2.59 फैक्टर लागू किया जाए, महंगाई भत्ते की किस्तें जारी की जाएं, 2004 की पेंशन बहाल की जाए, नई नियमित भर्ती की जाए, विभागों के पुनर्गठन के दौरान समाप्त किए गए पदों को बहाल किया जाए, वानिकी व वन निगम से हटाए गए कर्मियों की सेवाएं जारी रखी जाएं, बकाया वेतन जारी किया जाए, न्यूनतम वेतन 125 रुपये प्रति माह किया जाए। 35000/-, अनुबंध, आउटसोर्स और दैनिक वेतन को नियमित किया जाए, सरकारी और अर्ध-सरकारी संस्थानों में अनुबंध प्रणाली को समाप्त किया जाए, हाल ही में न्यूनतम वेतन में मामूली वृद्धि कर्मचारियों और मजदूरों के साथ एक मजाक है आदि।
रैली में दर्शन सिंह लुबाना, भिंडर सिंह चहल, बलजिंदर सिंह, जगमोहन नोलखा, राम लाल रामा, संतोख सिंह बोपाराय, विजय संगर, दीप चंद हंस, प्रीतम चंद ठाकुर, सुखविंदर सिंह डीसीएफए, राजेश गोलू सहित विभिन्न नेता शामिल थे। वेद प्रकाश, नारंग सिंह, बलबीर सिंह, स्वर्ण बंगा, इंद्रपाल, राजेश कुमार, कमलजीत सिंह, राजेश कुमार, प्रकाश लुबाना, निशा रानी, मलकीत सिंह, वैद काली, मेघ राज, तरलोचन मारू, बलविंदर सिंह, दर्शन मालेवाल, तरलोचन मंडोली, राम जोधा, सुनील दत्त, महंत भादसों, बंसी लाल, सुखदेव सिंह झंडी, चंद्र भान, गुरप्रीत सिंह, हरी राम निक्का, बलजिंदर सिंह, रविंदर, हरबंस वर्मा गगट, सुभाष दर्शन सिंह लुबाना शामिल थे
