श्री गुरु रामदास सेवा सोसायटी, नवांशहर ने श्री गुरु तेग बहादुर जी का 404वां प्रकाश पर्व दिवस पौधे लगाकर मनाया।

नवांशहर- श्री गुरु रामदास सेवा सोसायटी, नवांशहर ने गुरुद्वारा मंजी साहिब पातशाही नौवी, बंगा रोड, नवांशहर के पास डिवाइडर पर पौधे लगाकर श्री गुरु तेग बहादुर जी का 404वां प्रकाश पर्व दिवस मनाया। इस अवसर पर मुख्य सेवादार गुरुद्वारा मंजी साहिब जत्थेदार बाबा नारंग सिंह जी ने श्री गुरु रामदास सेवा सोसायटी, नवांशहर द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की और पौधे लगाए।

नवांशहर- श्री गुरु रामदास सेवा सोसायटी, नवांशहर ने गुरुद्वारा मंजी साहिब पातशाही नौवी, बंगा रोड, नवांशहर के पास डिवाइडर पर पौधे लगाकर श्री गुरु तेग बहादुर जी का 404वां प्रकाश पर्व दिवस मनाया। इस अवसर पर मुख्य सेवादार गुरुद्वारा मंजी साहिब जत्थेदार बाबा नारंग सिंह जी ने श्री गुरु रामदास सेवा सोसायटी, नवांशहर द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की और पौधे लगाए। 
उन्होंने अपील की कि सभी को ऐसे कार्यों में सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर सोसायटी के सचिव स. अमरजीत सिंह खालसा ने सभी श्रद्धालुओं को गुरु तेग बहादुर जी के प्रकाश पर्व की बधाई दी और कहा कि इस अवसर पर पर्यावरण की शुद्धता के लिए पौधे लगाए गए। 
इस अवसर पर अमरजीत सिंह खालसा ने कहा कि सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर जी का जन्म 1 अप्रैल 1621 को अमृतसर के गुरुद्वारा गुरु के महल में माता नानकी जी की कोख से हुआ था। उन्हें "भारत की चादर" के रूप में सम्मानित किया जाता है क्योंकि उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए एक महान बलिदान दिया था। गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान से भारत के दबे-कुचले आम लोग शासकों के खिलाफ लड़ने और बलिदान देने के लिए तैयार हो गए।
 उन्होंने कहा कि हमें गुरु साहिब की शिक्षाओं की रक्षा करनी चाहिए, हमें मानव द्वारा बनाए गए धर्मों से ऊपर उठना चाहिए और सार्वभौमिक धर्म यानी मानवता, अहिंसा, दया, शांति और अखंडता के मार्ग पर कदम रखना चाहिए। इस अवसर पर जत्थेदार बाबा नारंग सिंह जी, अमरजीत सिंह खालसा, इंद्रजीत सिंह, दीपक, आजाद, कुलदीप सिंह आदि मौजूद थे।