
कठिनाइयों के बावजूद चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब का 4 दिवसीय कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुआ
नवांशहर, 15 अप्रैल- मानवता के महान नेता सतगुरु रविदास महाराज की चरण स्पर्श भूमि श्री खुरालगढ़ साहिब में कई शरारती लोगों द्वारा पैदा की गई बाधाओं के बावजूद 11 से 14 अप्रैल तक 4 दिवसीय कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। समागम की शुरूआत में गुरु रविदास का नाम लेने वाले श्रद्धालुओं को कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन सतगुरु रविदास महाराज की असीम कृपा से मौसम ने करवट बदली और हवा के साथ मुश्किलें भी दूर हो गईं और समागम शांतिपूर्वक संपन्न हो गया।
नवांशहर, 15 अप्रैल- मानवता के महान नेता सतगुरु रविदास महाराज की चरण स्पर्श भूमि श्री खुरालगढ़ साहिब में कई शरारती लोगों द्वारा पैदा की गई बाधाओं के बावजूद 11 से 14 अप्रैल तक 4 दिवसीय कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। समागम की शुरूआत में गुरु रविदास का नाम लेने वाले श्रद्धालुओं को कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन सतगुरु रविदास महाराज की असीम कृपा से मौसम ने करवट बदली और हवा के साथ मुश्किलें भी दूर हो गईं और समागम शांतिपूर्वक संपन्न हो गया।
यह समागम अखिल भारतीय आदि धर्म मिशन भारत केंद्रीय अध्यक्ष बीबी कमलेश कौर घेरा के नेतृत्व में तथा केंद्रीय अध्यक्ष एल.आर. विरदी और गुरु घर अध्यक्ष संत सुरिंदर दास की सरपरस्ती में आयोजित किया गया। समागम में मुख्य रूप से बलेड़ विधायक नछत्तर पाल, विधायक एवं चेयरमैन डॉ. एस.के. आसल, एससी आयोग के चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी, गरलाल सैला, रछपाल राजू, पार्षद कमलजीत, पार्षद बलविंदर सिंह और संत राम सेवक मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि आदि धर्म समाज ने विदेश में बैठे खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा बाबा साहिब की प्रतिमाओं के खिलाफ 14 अप्रैल के लिए दी गई धमकी को स्वीकार कर लिया और सभी प्रतिमाओं पर सुरक्षा गार्ड लगा दिए, लेकिन किसी भी विरोधी को बाबा साहिब की प्रतिमाओं की तरफ आंख उठाकर देखने की भी जरूरत नहीं पड़ी। उन्होंने समाज को कहा कि दुश्मन भविष्य में भी कुछ चालें चलने की कोशिश करेगा, लेकिन आदि धर्म समाज को उनके किसी भी बहकावे में नहीं आना चाहिए।
साधु संप्रदाय सोसायटी पंजाब के अध्यक्ष संत कलवंत राम भ्रमजारा ने यहां तक घोषणा की कि जो व्यक्ति पन्नू का कट लेकर आएगा उसे 20 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। पंजाब के वाइस चेयरमैन ललित मोहन पाठक बल्लू ने भी अनुयायियों को गुरु रविदास महाराज जी की विचारधारा से प्रेरित किया ताकि उनके नेताओं का मिशन पूरा हो सके।
एससी आयोग के चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि विधायक डॉ. सौखविंदर कुमार आसल के सौजन्य से साहिब श्री कांशी राम की विरासत को आप संयोजक श्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री पंजाब श्री भगवंत सिंह मान ने संभाला और अब साहिब श्री कांशी राम के अनुयायी भी अपने समाज और गुरु घर की हर मुसीबत में आमने-सामने खड़े रहेंगे।
उन्होंने कहा कि उन्हें एस.सी. आयोग का चेयरमैन बने अभी मात्र 35 दिन हुए हैं तथा समाज के परेशान लोगों का उनके कार्यालय में तांता लगना शुरू हो गया है तथा उन्होंने गरीब समाज के अनगिनत मुद्दों का समाधान किया है तथा निरंतर उनका समाधान करवा रहे हैं तथा आगे भी करवाते रहेंगे।
पहले दिन महान योगी पुरुष बाबू मंगू राम मंगलवालिया का जन्मदिवस मनाया गया, 12 व 13 अप्रैल को अमृतधारा परगट दिवस दिन-रात मनाया गया, जबकि 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का 134वां जन्मदिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। 12 तारीख को गायक बलविंदर बिट्टू को गुरु घर कमेटी द्वारा स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया, जबकि गायिका रानी अरमान ने मिशनरी गीत इस प्रकार प्रस्तुत किए कि उपस्थित संगत में एक नया उत्साह भर गया।
इसके अलावा उसी रात गायक राज ददराल द्वारा भी कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। दूसरे दिन 13वीं रात को गायक निशु मेहमीमी, गायक दविंदर दंगल, बूटा कोहिनूर और गायक निर्मल निम्मा ने अंबेडकरवाद को इस तरह पेश किया कि पंडाल में मौजूद संगत में एक नई जान आ गई। इस अवसर पर गुरु घर प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष संत सुरिंदर दास ने आए हुए नेताओं और सभी संगत का धन्यवाद किया और अपने समाज के नेताओं के बारे में संगत को विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर अखिल भारतीय आदि धर्म मिशन के केंद्रीय अध्यक्ष एल.आर. विरदी, रमेश कानूनगो, अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश, अखिल भारतीय आदि धर्म मिशन संत समाज के अध्यक्ष संत सुरिंदर दास बांका, नेपाल के अध्यक्ष श्री चरण दास जी, उत्तराखंड के अध्यक्ष संत राज कुमार जी, हरियाणा के अध्यक्ष पृथ्वी राज मस्ताना जी, अशोक कुमार महासचिव भारत, दलवीर राजू उपाध्यक्ष, सरजीत खानपुरी, सचिव सौखदेव लंगाह, गुरु घर समिति के अध्यक्ष श्री नजर राम मान, संत करम चंद, संत गिरधारी लाल, सचिव दयाल चंद, सौखचैन सिंह उम्बर मालवा, मनजीत सिंह मंगलवाल, प्रधान सरूप चंद, पीएल सूद, मास्टर राज कुमार डुगार्पुर, जगदीश कुमार दिशा, विनीत बोधन दिल्ली, सुरिंदर राजस्थानी मौजूद रहे।
