आग्नेय कोण के वास्तु दोष भी हार्ट अटैक का कारण- डॉ. भूपेंद्र वास्तुशास्त्री।

होशियारपुर 15 अप्रैल- हाल के दिनों में यह बात सबसे अधिक सुनने में आ रही है कि व्यक्ति को साइलेंट अटैक, हार्ट अटैक, दिल की धड़कन बंद होना और मृत्यु हो जाती है। जहां ऐसी घटनाएं होती हैं, वहां भवन का आग्नेय कोण गंभीर वास्तु दोषों से ग्रस्त होता है, यह बात अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त वास्तु विशेषज्ञ एवं लेखक डॉ. भूपेंद्र वास्तुशास्त्री ने अपने शोध कार्य के फलस्वरूप कही है।

होशियारपुर 15 अप्रैल- हाल के दिनों में यह बात सबसे अधिक सुनने में आ रही है कि व्यक्ति को साइलेंट अटैक, हार्ट अटैक, दिल की धड़कन बंद होना और मृत्यु हो जाती है। जहां ऐसी घटनाएं होती हैं, वहां भवन का आग्नेय कोण गंभीर वास्तु दोषों से ग्रस्त होता है, यह बात अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त वास्तु विशेषज्ञ एवं लेखक डॉ. भूपेंद्र वास्तुशास्त्री ने अपने शोध कार्य के फलस्वरूप कही है।
 यदि किसी भी भवन का ईशान कोण प्रदूषित है, तो बीमारियां प्रवेश करती हैं। उदाहरण के लिए यदि ईशान कोण में शौचालय, भारी निर्माण, सीढ़ियां, कूड़ा-कचरा, मलबा या गंदगी आदि है। ईशान कोण के साथ-साथ बेसमेंट, बोरवेल, ढलानदार ढलान और दीवार पर मुख्य द्वार, पितृ, मृग स्थितियां जैसे गंभीर वास्तु दोष हैं, यदि आग्नेय कोण में भी दोष हैं, तो हृदय गति रुकने से मृत्यु देखी जा सकती है। 
यदि उपरोक्त दोषों के साथ-साथ शौचालय भूधर, इंद्र, पद पर हो तथा दक्षिण दिशा भी प्रदूषित हो तो महिलाएं भी इस गंभीर समस्या से ग्रसित हो सकती हैं। कमोड शीट को गलत दिशा में रखना या गलत दिशा में बैठकर उसका प्रयोग करना गंभीर वास्तु दोष की श्रेणी में आता है। इसका सबसे बड़ा उपाय है समय रहते वास्तु दोषों को दूर कर देना।