
वास्तु हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है, जैसा हमारा भवन होगा वैसा ही हमारा जीवन होगा
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा/26 मार्च- वास्तु हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है, जैसा हमारा भवन होगा वैसा ही हमारा जीवन होगा। भवन का वास्तु भविष्य बनाने में अहम भूमिका निभाता है। जिस क्षेत्र में हम अपना भाग्य बनाना चाहते हैं, भवन की अलग-अलग दिशाएं उस विशेष क्षेत्र में योगदान देती हैं, ऐसा अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वास्तुकार और लेखक डॉ. भूपेंद्र वास्तुशास्त्री का मानना है।
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा/26 मार्च- वास्तु हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है, जैसा हमारा भवन होगा वैसा ही हमारा जीवन होगा। भवन का वास्तु भविष्य बनाने में अहम भूमिका निभाता है। जिस क्षेत्र में हम अपना भाग्य बनाना चाहते हैं, भवन की अलग-अलग दिशाएं उस विशेष क्षेत्र में योगदान देती हैं, ऐसा अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वास्तुकार और लेखक डॉ. भूपेंद्र वास्तुशास्त्री का मानना है।
आम बोलचाल में लोग दक्षिण दिशा और दक्षिण मुखी भवन को हल्के में लेते हैं या यह कहकर नजरअंदाज कर देते हैं कि फलां भवन दक्षिण मुखी है या इस भवन की दक्षिण दिशा ज्यादा खुली है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति सफल राजनीतिज्ञ की श्रेणी में आना चाहता है तो सबसे पहले उसे अपने घर की दक्षिण दिशा को वास्तु के अनुसार रखना होगा।
ग्रहों के सेनापति की दक्षिण दिशा उत्साह, जोश, साहस, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता, नेतृत्व करने की क्षमता के साथ-साथ साहस बढ़ाने की क्षमता देती है तथा इससे मान-सम्मान और यश में भी वृद्धि होती है। यदि पूर्व दिशा के साथ-साथ दक्षिण दिशा को भी सुधार लिया जाए तो सशक्त नेता के साथ शासन-प्रशासन में भागीदारी हो सकती है।
यदि कोई महिला राजनीति में सफलता का परचम लहराने को आतुर है तो उसे अपने निजी घर की दक्षिण दिशा के साथ-साथ पूर्व और उत्तर दिशा को भी सुधारना होगा तथा अपने मायके के घर की उत्तर दिशा को भी दोष मुक्त रखना होगा।
