
बिजली कर्मचारी 1 सितंबर को बिजली मंत्री के आवास पर विरोध प्रदर्शन करेंगे - मजारी, गंडीविंड
लुधियाना - बिजली प्रबंधन और पंजाब सरकार के कर्मचारियों की मांगों के प्रति टालमटोल और गैर-जिम्मेदाराना रवैये के खिलाफ बिजली कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले दो मोर्चों के संयुक्त मंच और एकता मंच के प्रांतीय पदाधिकारियों ने स्थानीय शहीद करनैल सिंह इसरू मेमोरियल भवन रतन सिंह मजारी में एक खचाखच बैठक की और इसके तहत बैठक की गई। गुरप्रीत सिंह गंडीविंड की संयुक्त अध्यक्षता में की गई।
लुधियाना - बिजली प्रबंधन और पंजाब सरकार के कर्मचारियों की मांगों के प्रति टालमटोल और गैर-जिम्मेदाराना रवैये के खिलाफ बिजली कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले दो मोर्चों के संयुक्त मंच और एकता मंच के प्रांतीय पदाधिकारियों ने स्थानीय शहीद करनैल सिंह इसरू मेमोरियल भवन रतन सिंह मजारी में एक खचाखच बैठक की और इसके तहत बैठक की गई। गुरप्रीत सिंह गंडीविंड की संयुक्त अध्यक्षता में की गई।
इस बैठक में ज्वाइंट फोरम के सचिव हरपाल सिंह और एकता मंच के सचिव गुरवेल सिंह बलपुरिया ने कर्मचारियों की मांगों के प्रति पंजाब सरकार के रवैये के खिलाफ 21 अगस्त से चल रहे संघर्ष की समीक्षा करने और अगले तीव्र संघर्ष की तैयारी का एजेंडा पेश किया.
इस पर चर्चा करते हुए ज्वाइंट फोरम व एकता मंच के नेता बलदेव सिंह मंढाली, कुलविंदर सिंह ढिल्लो, दविंदर सिंह पिसोर, सरबजीत सिंह भाणा, रणजीत सिंह ढिल्लो, सरिंदरपाल सिंह लाहोरिया, कौर सिंह सोही, बलजीत सिंह मोडला, जगजीत सिंह कोटली थे. बैठक में उपस्थित पूरन सिंह खाई, हरमनदीप, रघबीर सिंह, जगतार सिंह, तजिंदर सिंह सेखों, दलीप कुमार, रछपाल सिंह पाली आदि ने कहा कि 31 जुलाई को माननीय बिजली मंत्री की अध्यक्षता में एक संयुक्त मंच का आयोजन किया जाएगा। बिजली प्रबंधन और एकता मंच के नेतृत्व ने चंडीगढ़ में एक कर्मचारी की बिजली दुर्घटना में मौत के बाद बैठक कर पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने के अलावा कर्मचारियों की कई मांगों पर सहमति जताई. उन्हें शहीद का दर्जा देते हुए 15 अगस्त तक अमल करने का वादा किया।
लेकिन अफसोस कि आज तक एक भी मांग का निपटारा नहीं हुआ। बिजली मंत्री व बिजली प्रबंधन की वादाखिलाफी व मुलाजिम विरोधी व्यवहार के खिलाफ 21 अगस्त से चल रहे संघर्ष के तहत 1 सितंबर को बिजली मंत्री के आवास न्यू अमृतसर पर धरना व झंडा मार्च की सफलता के अलावा कार्य बिजली कर्मचारी वर्क टू रूल में 30 सितंबर तक 8 घंटे की ड्यूटी करते हुए 10, 11 व 12 सितंबर को सामूहिक अवकाश लेकर प्रदेश स्तर पर डिवीजन कार्यालयों के सामने धरना देंगे। नेताओं ने सख्त लहजे में कहा कि संघर्ष के नतीजों के लिए बिजली प्रबंधन और पंजाब सरकार जिम्मेदार होगी.
ज्वाइंट फोरम व एकता मंच के नेताओं ने विभाग में कार्यरत भाईचारा संगठनों व पेंशनर्स संगठनों से पुरजोर अपील की है कि एक सितंबर को बिजली मंत्री के आवास पर होने वाले धरना प्रदर्शन में पहुंचने सहित चल रहे संघर्ष का समर्थन करें.
