
बैसाखी को समर्पित वार्षिक लंगर 11 से 14 अप्रैल तक अड्डा टूटोमाजरा में निरंतर चलेगा-बाबा मक्खन सिंह, बाबा बलबीर सिंह शास्त्री
होशियारपुर- जिला होशियारपुर के गांव टूटोमाजरा में निर्मल कुटिया जन्म स्थान ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह महाराज के मुख्य सेवक संत बाबा मक्खन सिंह व संत बाबा बलबीर सिंह शास्त्री जी ने अन्य जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी खालसा पंथ के सृजन दिवस पर संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी द्वारा शुरू की गई चाली को जारी रखते हुए 11 से 14 अप्रैल तक अड्डा टूटोमाजरा में श्रद्धालुओं के लिए गुरु का लंगर चलाया जाएगा।
होशियारपुर- जिला होशियारपुर के गांव टूटोमाजरा में निर्मल कुटिया जन्म स्थान ब्रह्मलीन संत बाबा दलेल सिंह महाराज के मुख्य सेवक संत बाबा मक्खन सिंह व संत बाबा बलबीर सिंह शास्त्री जी ने अन्य जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी खालसा पंथ के सृजन दिवस पर संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी द्वारा शुरू की गई चाली को जारी रखते हुए 11 से 14 अप्रैल तक अड्डा टूटोमाजरा में श्रद्धालुओं के लिए गुरु का लंगर चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि संत बाबा जगदेव सिंह मोनी जी हर वर्ष खालसा के जन्म स्थान श्री आनंदपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बैसाखी पर गुरु का लंगर लगाते थे। यह प्रथा आज भी समूची संगत के सहयोग से जारी है। उन्होंने बताया कि बैसाख माह का संगरांद दिवस 13 अप्रैल रविवार को निर्मल कुटिया टूटोमजारा में श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर अखंड जाप के भोग के बाद संत बाबा बलबीर सिंह शास्त्री जी सुबह 11.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक कथा कीर्तन के माध्यम से संगत को इस दिन के महत्व से अवगत करवाएंगे। संत बाबा मक्खन सिंह जी संगत को 'सत नाम वाहेगुरु' का जाप करवाएंगे और उन्हें उस सर्वशक्तिमान ईश्वर से जोड़ेंगे जो इस ब्रह्मांड के कण-कण में मौजूद हैं। इस दिन कुटिया में गुरु के लंगर भी चलाए जाएंगे।
