पीईसी के पूर्व छात्र प्रिंस चाहल ने सीडीएस परीक्षा में हासिल किया ऑल इंडिया रैंक 15

चंडीगढ़, 27 मार्च 2025: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के लिए गर्व का एक और क्षण, हाल ही में संस्थान के एक पूर्व छात्र प्रिंस चाहल ने संयुक्त रक्षा सेवा (सी डी एस) परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 15 हासिल कर इंडियन नेवल अकादमी (आईएनए) में चयन प्राप्त किया है।

चंडीगढ़, 27 मार्च 2025: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के लिए गर्व का एक और क्षण, हाल ही में संस्थान के एक पूर्व छात्र प्रिंस चाहल ने संयुक्त रक्षा सेवा (सी डी एस) परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 15 हासिल कर इंडियन नेवल अकादमी (आईएनए) में चयन प्राप्त किया है।
2024 बैच के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से ग्रेजुएट, प्रिंस चाहल अभी एयरबस, बेंगलुरु में एविएशन सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "मेरी इस उपलब्धि के पीछे मेरे परिवार और करीबी लोगों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया, कभी मुझ पर भरोसा खोने नहीं दिया, और अपने स्तर पर कई त्याग किए ताकि मैं अपने सपने पूरे कर सकूं।"
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सीडीएस परीक्षा भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए), वायुसेना अकादमी (एएफए), और अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में भर्ती के लिए आयोजित की जाती है। लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन आईएनए के लिए केवल लगभग 900 उम्मीदवार ही लिखित परीक्षा पास कर पाते हैं। इसके बाद पांच दिन की गहन सेलेक्शन प्रक्रिया और एक संपूर्ण मेडिकल जांच होती है। इस बार केवल 89 उम्मीदवारों ने यह कठिन परीक्षा प्रक्रिया पूरी की, और आईएनए में प्रवेश के लिए सिर्फ 32 सीटें उपलब्ध थीं। ऐसे में एआईआर 15 हासिल करना प्रिंस चाहल के लिए यह एक शानदार उपलब्धि है।
अब वह जल्द ही रक्षा अकादमी में शामिल होने के लिए उत्साहित हैं, जहां वे राष्ट्र की सेवा करने के साथ-साथ अपनी क्षमताओं को और निखारने, उच्चतम स्टैंडर्ड्स को बनाए रखने और भारतीय रक्षा बलों में प्रभावी योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने अपनी इस सफलता के लिए अपने शिक्षकों, मेंटर्स और पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज का तहे दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "पेक ने न केवल मेरी तकनीकी समझ को मजबूत किया, बल्कि एक समग्र व्यक्तित्व विकसित करने में भी मदद की। यहां से मिली शिक्षा और अनुभव ने मेरी विश्लेषणात्मक सोच और समस्या समाधान की क्षमता को निखारा, जो मेरी इस उपलब्धि में बहुत मददगार साबित हुआ।"
उनकी यह उपलब्धि रक्षा सेवाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक प्रेरणा है और यह दर्शाती है कि पीईसी देश के होनहार नेतृत्व को तैयार करने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।