ऑनलाइन आधार अपडेट 14 जून तक निशुल्क - उप महानिदेशक भावना गर्ग

होशियारपुर- भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की उप महानिदेशक आईएएस अधिकारी भावना गर्ग ने आज डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन व अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आधार कार्ड व इस संबंध में जारी नए निर्देशों की समीक्षा की।

होशियारपुर- भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की उप महानिदेशक आईएएस अधिकारी भावना गर्ग ने आज डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन व अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आधार कार्ड व इस संबंध में जारी नए निर्देशों की समीक्षा की। 
उप महानिदेशक भावना गर्ग ने जोर देकर कहा कि आधार संबंधी रिकॉर्ड को और मजबूत करने के लिए निवासियों के पहचान प्रमाण व पते के प्रमाण को अपडेट किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन आधार कार्ड धारकों ने 2015 से पहले कार्ड बनवाया है, वे अपने नजदीकी आधार केंद्र या https://uidai.gov.in के माध्यम से अपनी जानकारी अपडेट करवा लें। 
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन अपडेट की सुविधा 14 जून 2025 तक पूरी तरह निशुल्क है। आधार से जुड़े सुरक्षा पहलुओं पर बात करते हुए भावना गर्ग ने आधार कार्ड धारकों से कहा कि वे अपने बायोमेट्रिक्स को ऑनलाइन लॉक करें। उन्होंने कहा कि https://myaadhaar.uidai.gov.in व आधारमोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से आधार संबंधी विभिन्न सेवाओं का लाभ उठाने के लिए मोबाइल नंबर अवश्य रजिस्टर्ड करवाएं। 
उन्होंने कहा कि जन्म प्रमाण पत्र पर सही नाम दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों के आधार कार्ड बनाने के लिए अस्पतालों, नर्सिंग होम, टीकाकरण केंद्रों और आंगनवाड़ी केंद्रों पर विशेष शिविर लगाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों की आयु 5 वर्ष और 15 वर्ष होने पर बायोमेट्रिक्स अनिवार्य रूप से अपडेट किया जाना चाहिए। 
उन्होंने कहा कि यदि समय पर बायोमेट्रिक्स नहीं किया जाता है, तो इन मामलों में बच्चे की आयु 7 वर्ष या 17 वर्ष होने पर डाटा खोने का खतरा रहता है। भावना गर्ग ने जिला शिक्षा अधिकारी से स्कूलों में आधार बायोमेट्रिक्स अपडेट करने का आग्रह करते हुए कहा कि 5 से 7 वर्ष और 15 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों के आधार अपडेट के लिए साप्ताहिक आधार पर शिविर लगाए जाएं। 
उपायुक्त आशिका जैन की मांग को स्वीकार करते हुए उप महानिदेशक ने कहा कि यूआईडीएआई से संबंधित प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे ताकि अधिकारियों को आधार शिविर, नियमित समीक्षा, आधार केंद्रों का दौरा, लंबित आवेदनों को पूरा करना, बायोमेट्रिक्स सुनिश्चित करना और आधार से संबंधित विभिन्न मीडिया के बारे में जागरूक किया जा सके। उपायुक्त ने जिलावासियों से ऑनलाइन आधार अपडेट की सुविधा का लाभ उठाने की भी अपील की।