
किसानों पर अत्याचार व दमन के खिलाफ कीर्ति किसान यूनियन ने गांवों में पंजाब सरकार के पुतले फूंके*
गढ़शंकर, 20 मार्च- भगवंत मान सरकार द्वारा सरकार के समर्थन से किए जा रहे दमन, शंभू व खनौरी बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों के टेंट लगाने व देर रात उनका सामान छीन लिए जाने के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पंजाब सरकार के पुतले फूंके जाने के आह्वान पर कीर्ति किसान यूनियन की गढ़शंकर इकाई ने गांव अलीपुर व सिकंदरपुर में पंजाब सरकार के पुतले फूंके कर अपना रोष व्यक्त किया।
गढ़शंकर, 20 मार्च- भगवंत मान सरकार द्वारा सरकार के समर्थन से किए जा रहे दमन, शंभू व खनौरी बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों के टेंट लगाने व देर रात उनका सामान छीन लिए जाने के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पंजाब सरकार के पुतले फूंके जाने के आह्वान पर कीर्ति किसान यूनियन की गढ़शंकर इकाई ने गांव अलीपुर व सिकंदरपुर में पंजाब सरकार के पुतले फूंके कर अपना रोष व्यक्त किया।
इस समय किसानों को संबोधित करते हुए कीर्ति किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष हरमेश ढेसी, कुलविंदर चहल व प्रोफेसर कुलवंत सिंह गोलेवाल ने कहा कि भगवंत मान सरकार कॉरपोरेट घरानों व केंद्र सरकार के इशारे पर किसानों की मांगें मानने की बजाय पुलिस के बल पर संघर्ष को दबाना चाहती है, जिसे पंजाब के किसान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले किसान संघर्ष के दौरान मुख्यमंत्री समेत मौजूदा सरकार के सभी मंत्री और विधायक किसानों की अग्रिम पंक्ति में आकर किसानों की सभी मांगों को पूरा करने और सरकार बनते ही फसलों पर एमएसपी देने का वादा किया था। लेकिन तीन साल सत्ता में बैठने के बाद किसानों की कोई भी मांग पूरी करने की बजाय पुलिस बल के बल पर किसानों के संघर्ष को दबाना चाहती है, जिसे पंजाब के बहादुर किसान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे|
इस धक्केशाही की पंजाब सरकार को राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ेगी। इस समय विभिन्न किसान नेता परमजीत सिंह पम्मा, हरजिंदर सिंह, संतोख सिंह, संदीप सिंह, अमरीक सिंह, निर्मल सिंह अमरजीत सिंह, संतोख सिंह गुरमीत सिंह रुड़की खास और कर्मचारी नेता मुकेश कुमार सतपाल कलेर और हंसराज गढ़शंकर भी मौजूद थे।
