पेट्रोल पंप से लूट: पुलिस की गीदड़ भभकी चैन की नींद सो रही है

नवांशहर, 15 मार्च- अपराध चाहे कोई भी हो, कितना भी जघन्य अपराध क्यों न हो, अपराधी पुलिस की नजर से बच नहीं सकते। गुप्त सूचना के आधार पर 24 घंटे के अंदर खतरनाक अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस की गीदड़ भभकी पुलिस इन दिनों चैन की नींद सो रही है। स्थानीय वारदातों के अपराधी पुलिस से लाखों मील दूर पुलिस के साथ लुका-छिपी का खेल खेल रहे हैं। ऐसे पुलिस वालों को उन तक पहुंचने के दिन-रात सपने दिख रहे हैं, लेकिन पिछली निराशा के अलावा कुछ नहीं हो रहा है।

नवांशहर, 15 मार्च- अपराध चाहे कोई भी हो, कितना भी जघन्य अपराध क्यों न हो, अपराधी पुलिस की नजर से बच नहीं सकते। गुप्त सूचना के आधार पर 24 घंटे के अंदर खतरनाक अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस की गीदड़ भभकी पुलिस इन दिनों चैन की नींद सो रही है। स्थानीय वारदातों के अपराधी पुलिस से लाखों मील दूर पुलिस के साथ लुका-छिपी का खेल खेल रहे हैं। ऐसे पुलिस वालों को उन तक पहुंचने के दिन-रात सपने दिख रहे हैं, लेकिन पिछली निराशा के अलावा कुछ नहीं हो रहा है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि नशे और बेरोजगारी के कारण लुटेरों के हाथ इतने मजबूत हो गए हैं कि वे तेजधार हथियारों का इस्तेमाल करने से पहले पीछे मुड़कर नहीं देखते। कुछ हमेशा के लिए विकलांग हो जाते हैं, कुछ इस दुनिया से चले जाते हैं, उनका कोई कमाने वाला बेटा चला जाता है। लुटेरों को किसी की परवाह नहीं होती, उन्हें तो सिर्फ लूटपाट और नशा बेचकर गुजारा करना होता है। 
ऐसा ही एक मामला 17 फरवरी 2025 को सामने आया था, जब गांव साहलां में पेट्रोल पंप पर लूट हुई थी। पंप के मालिक कलजिंदर सिंह के अनुसार वह उस रात करीब साढ़े 8 बजे पेट्रोल पंप बंद करके अपने दफ्तर में हिसाब-किताब करने के लिए गया था, तभी कुछ देर बाद दो युवक दराट लेकर उसके दफ्तर में दाखिल हुए और उसे अंधाधुंध दराट हमला करने लगे। जिससे उसका एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे उपचार के लिए सिविल अस्पताल नवांशहर में दाखिल करवाया गया था, जहां उसे गंभीर चोटें लगने के कारण पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया था। 
कलजिंदर सिंह के अनुसार उसे भी चोटें आई थीं। जब लुटेरे उस पर दराट से लगातार हमला कर रहे थे, तो उसने कहा था कि क्या तुम्हें इनसे कुछ चाहिए? जब लुटेरों ने पैसे मांगे तो उसने पंप की पूरे दिन की कमाई के साथ अपना पर्स लुटेरों को सौंप दिया और लुटेरे बाहर सड़क पर खड़े अपने तीसरे साथी के साथ भागने में कामयाब हो गए। पंप मालिक ने घटना की पूरी जानकारी थाना प्रभारी को दे दी थी और पुलिस ने घटना स्थल का दौरा कर मामले की जांच कर मामला दर्ज कर लिया था, लेकिन मामले के कथित अपराधी अभी भी पुलिस के साथ आंख-मिचौली का खेल खेल रहे हैं। 
पुलिस पूरी कोशिश कर रही है लेकिन अपराधी कोई सुराग नहीं छोड़ पाए हैं, जबकि जिला पुलिस अधिकारियों का दावा है कि वे अपराधियों तक पहुंचने वाले हैं, लेकिन ऐसी पुलिस इस सोच में डूबी हुई है कि आखिर करें तो क्या करें? लुटेरों का मामला इस समय ऐसी पुलिस की रीढ़ बन गया है। ऐसी पुलिस इस मामले से कैसे निपटेगी, यह तो समय ही बताएगा। 
आईएफटीयू के प्रधान कलविंदर सिंह वड़ैच और किरती किसान यूनियन के जिला प्रधान सुरिंदर सिंह बैंस का कहना है कि लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस को इस समय हर तरह से अलर्ट रहने की जरूरत है। लोगों की सुरक्षा करना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है। आम लोग सुरक्षित रहेंगे तभी पुलिस प्रशासन को स्मार्ट और कुशल माना जा सकता है।