पंजाब और किसानों के मुद्दों को हल करने के लिए केंद्र गंभीर नहीं : सत्यपाल मलिक

पटियाला, 1 मार्च- जम्मू-कश्मीर और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को पंजाब और पंजाब के किसानों की कोई चिंता नहीं है और न ही नरेंद्र मोदी किसानों के मुद्दों को हल करने में रुचि रखते हैं।

पटियाला, 1 मार्च- जम्मू-कश्मीर और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को पंजाब और पंजाब के किसानों की कोई चिंता नहीं है और न ही नरेंद्र मोदी किसानों के मुद्दों को हल करने में रुचि रखते हैं। 
उन्होंने आज यहां से कुछ ही दूरी पर भादसों रोड स्थित एक पैलेस में कीर्ति किसान फ्रंट और पटियाला वेलफेयर सोसायटी की ओर से रिटायर्ड आईजी रणबीर सिंह खटड़ा और एडवोकेट सतबीर सिंह खटड़ा से मुलाकात की, जिसमें उन्हें (सत्यपाल मलिक को) किसानों के लिए ‘हां’ का नारा लगाने के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सतपाल मलिक ने किसानों के विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को अडानी-अंबानी की चिंता तो है लेकिन वह किसानों की समस्याओं के समाधान के प्रति गंभीर नहीं हैं। 
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को एमएसपी देने पर कोई खर्च नहीं उठाती। एक गहरी साजिश के तहत किसानों को बर्बाद करने की चालें चल रही हैं, जिसके लिए हमारे सभी संगठनों को एकजुट होकर लड़ने की जरूरत है, जिसके लिए वे पूरे दिल से किसानों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की एकता और एकजुटता के कारण ही मोदी सरकार ने माफी मांगते हुए काले कानूनों को वापस लिया है। 
इस समय रिटायर्ड आईजी रणबीर सिंह खटड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि राज्यपाल सतपाल मलिक द्वारा पंजाब के किसानों के हक में हां का नारा लगाने को पंजाबी कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने कहा कि जो भी पंजाब के हक और हितों की बात करेगा, उसे सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाएगा। कृषि मामलों के विशेषज्ञ डॉ. प्यारे लाल गर्ग ने कहा कि पंजाब में पूरे देश से ज्यादा उपजाऊ जमीन है, जिस पर कॉरपोरेट घरानों की नजर है, जिसे बचाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों द्वारा किसानों को खत्म कर उन्हें मजदूर बनाने के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे। 
इस अवसर पर बाबा मनमोहन सिंह बारां, बाबा दलवारा सिंह रोहिसर वाले पूर्व डीजीपी पंधेर, कुलबीर सिंह सिद्धू रिटायर्ड आईएएस, जीके सिंह रिटायर्ड आईएएस, हरकेश सिंह सिद्धू रिटायर्ड आईएएस अध्यक्ष बलविंदर सिंह कंग सरपंच, पाल सिंह खरौद समाजसेवी, परमजीत सिंह सहौली अध्यक्ष अकाली दल आजाद, एडवोकेट कंवर गुरप्रीत सिंह गिल कोषाध्यक्ष, मनजीत सिंह फगनमाजरा एसए. सरपंच, गुरबाज सिंह खलीफावाला, अबजिंदर सिंह जोगी ननोकी, सुखविंदर सिंह नंबरदार, गुरुमीत सिंह काला, अमरीक सिंह लंग, बर्मा सिंह काठमठी, बलजीत सिंह टिवाना, शलिंदर सिंह नरू, कुलविंदर सिंह कांती, किरनिंदर सिंह पूनिया, गुरतेज सिंह सिधूवाल, करणवीर सिंह पूनिया, जस्सी राजपुरा, हनी खरौद, राम सिंह अलोवाल, तरसेम सिंह कसियाना, जग्गी लंग, तरसेम कोटली, शमशेर सिंह, गुरदीप सिंह रोमी, राजिंदर सिंह सोनी, जिंदर खरौद और बड़ी संख्या में किसान नेता मौजूद थे। मंच का संचालन के.बी.एस. सिद्धू, पूर्व प्रवर्तन निदेशक, उत्पाद शुल्क विभाग ने किया।