डेंगू की रोकथाम के लिए 1500 नर्सिंग छात्राओं को प्रशिक्षित किया गया जिला स्वास्थ्य टीम जिले भर के कॉलेजों में प्रशिक्षण दे रही है

मोहाली, 25 फरवरी: आगामी सीजन में डेंगू बुखार के मामलों को रोकने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग जिले में नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं को संवेदीकरण प्रशिक्षण दे रहा है। सिविल सर्जन डॉ. संगीता जैन ने बताया कि जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. अनामिका सोनी के नेतृत्व में जिला टीम ने विभिन्न नर्सिंग कॉलेजों की करीब 1500 छात्राओं को प्रशिक्षित किया है और उन्हें जानलेवा बीमारी के लक्षण, कारण, रोकथाम और उपचार के बारे में जागरूक किया है।

मोहाली, 25 फरवरी: आगामी सीजन में डेंगू बुखार के मामलों को रोकने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग जिले में नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं को संवेदीकरण प्रशिक्षण दे रहा है। सिविल सर्जन डॉ. संगीता जैन ने बताया कि जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. अनामिका सोनी के नेतृत्व में जिला टीम ने विभिन्न नर्सिंग कॉलेजों की करीब 1500 छात्राओं को प्रशिक्षित किया है और उन्हें जानलेवा बीमारी के लक्षण, कारण, रोकथाम और उपचार के बारे में जागरूक किया है। 
उन्होंने बताया कि इस मुहिम का उद्देश्य नर्सिंग विद्यार्थियों को डेंगू विरोधी मुहिम में शामिल करना तथा पंजाब सरकार द्वारा हाल ही में शुरू किए गए "हर शुक्रवार, डेंगू ते वार" अभियान को बढ़ावा देना है। इसके अलावा यह उनकी पढ़ाई का भी हिस्सा है। विद्यार्थियों को बताया गया है कि डेंगू एक वायरल संक्रमण है, जो एडीज एजिप्टी मच्छर से लोगों में फैलता है। 
डेंगू के लक्षणों में अचानक तेज बुखार, तेज सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों व मांसपेशियों में तेज दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते, थकान, जी मिचलाना, उल्टी आदि शामिल हैं। डेंगू के लक्षण दिखने पर खुद दवा लेने से बचना चाहिए। बचाव का तरीका यह है कि घरों व आसपास व अन्य जगहों पर पानी जमा न होने दें, क्योंकि मच्छर घरों में आसानी से मिलने वाले साफ व रुके हुए पानी में ही पनपते हैं। 
अगर किसी कारण से डेंगू बुखार हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है। मरीज को सरकारी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र पर जाना चाहिए, जहां डेंगू की जांच व उपचार बिल्कुल मुफ्त है। स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 104 पर भी संपर्क किया जा सकता है। फोटो कैप्शन : विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देती डॉ. अनामिका सोनी।