
ग्रामीण स्वास्थ्य समितियों की बैठकों में गैर संचारी रोगों की रोकथाम पर चर्चा
एनएस.ए.एस. नगर 21 फरवरी 2025: जिला स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में आज विभिन्न गांवों में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों की बैठकें आयोजित की गईं, जिसमें हाल ही में शुरू किए गए गैर संचारी रोगों की रोकथाम अभियान और क्षय रोग उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए चर्चा की गई।
एनएस.ए.एस. नगर 21 फरवरी 2025: जिला स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में आज विभिन्न गांवों में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों की बैठकें आयोजित की गईं, जिसमें हाल ही में शुरू किए गए गैर संचारी रोगों की रोकथाम अभियान और क्षय रोग उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए चर्चा की गई।
सिविल सर्जन डॉ. संगीता जैन ने बताया कि बैठकों के दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने उपस्थित लोगों को बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने देश स्तर पर विशेष एनसीडी अभियान शुरू किया है। अभियान का शुभारंभ हो चुका है और यह 20 फरवरी से 31 मार्च तक चलेगा।
इस अभियान के तहत आयुष्मान आरोग्य मंदिरों व अन्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं पर शिविर लगाए जा रहे हैं, जिसमें 30 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति की गैर संचारी रोगों जैसे रक्तचाप, मधुमेह, सामान्य कैंसर आदि की जांच की जा रही है। समिति सदस्यों से अपील की गई कि वे अपने परिचितों, रिश्तेदारों, मित्रों आदि को इस अभियान के बारे में बताएं और अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें।
साथ ही क्षय रोग के पूर्ण उन्मूलन के लिए शुरू किए गए 100 दिवसीय अभियान के बारे में भी जानकारी दी गई। बताया गया कि सरकार ने 2025 के अंत तक क्षय रोग को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। यदि किसी भी व्यक्ति को तीन सप्ताह से अधिक खांसी रहती है तो उसे किसी भी नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर क्षय रोग की जांच करानी चाहिए, जो पूरी तरह से निःशुल्क है।
डॉ. जैन ने लोगों से भी अपील की कि वे इन अभियानों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच कराएं ताकि बीमारियों से बचा जा सके। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रत्येक गांव में इन समितियों का गठन किया गया है|
जिसका उद्देश्य गांव के लिए स्वास्थ्य सेवा कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा करना, स्वास्थ्य योजनाओं को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करना, गांव के लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं, बीमारियों आदि के उन्मूलन पर चर्चा कर गांव को बेहतर बनाना है। बैठकों में पंचायत सदस्य, स्कूल शिक्षक, वीएचएस एनसी सदस्य, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, स्वयंसेवक आदि मौजूद थे।
