वेटरनरी विश्वविद्यालय ने उन्नत उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण का किया आयोजन

लुधियाना 03 फरवरी 2025- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के पशुधन उत्पादन प्रबंधन विभाग द्वारा एक सप्ताह का उन्नत उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का विषय था 'किसानों की आय बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक डेयरी फार्मिंग, गुणवत्ता श्रृंखला और विपणन'। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित इस प्रशिक्षण में 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

लुधियाना 03 फरवरी 2025- गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी, लुधियाना के पशुधन उत्पादन प्रबंधन विभाग द्वारा एक सप्ताह का उन्नत उद्यमिता कौशल विकास प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण का विषय था 'किसानों की आय बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक डेयरी फार्मिंग, गुणवत्ता श्रृंखला और विपणन'। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित इस प्रशिक्षण में 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण समापन समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. जतिंदर पाल सिंह गिल, वाइस चांसलर ने कहा कि प्रतिभागियों को पशुधन क्षेत्र में नए और अभिनव विचारों के साथ आगे आना चाहिए। उन्होंने छात्रों को अपना खुद का उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य इस पहल के माध्यम से पंजाब के डेयरी क्षेत्र का विकास करना है।
डॉ अनिल कुमार अरोड़ा, अनुसंधान निदेशक ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) उद्यमिता के लिए आधार भूमि के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे न केवल व्यक्तिगत रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है बल्कि नई पहल भी सामने आती है।
डॉ सर्वप्रीत सिंह घुम्मन, डीन, वेटरनरी साइंस कॉलेज ने कहा कि हमें डेयरी क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण उत्पादों को और बढ़ावा देना चाहिए ताकि इस क्षेत्र में उद्यमिता के नए अवसर प्रदान किए जा सकें।
पाठ्यक्रम निदेशक डॉ यशपाल सिंह और डॉ. रविन्द्र सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग इस क्षेत्र में शीर्ष संगठन है जिसके माध्यम से इन उद्यमों को भारत में शीर्ष पर ले जाया जा रहा है। उन्होंने डेयरी फार्मिंग के क्षेत्र में नई संभावनाओं, भविष्य के विस्तार और विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं पर भी प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण के दौरान डेयरी, पशु चिकित्सा, उद्योग और लेखा विशेषज्ञों ने मौखिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया। छात्रों को डेयरी संयंत्रों और डेयरी उद्योग आधारित कंपनियों का भी दौरा कराया गया।
डॉ सुरेश कुमार, डा. कुलविंदर सिंह और डॉ. नितिन मेहता पाठ्यक्रम समन्वयक ने इस प्रशिक्षण का प्रभावी ढंग से संचालन किया।