
समस्याओं का समाधान नशे में नहीं ढूंढना चाहिए: सरदार चमन सिंह
नवांशहर- रेड क्रॉस एकीकृत नशा पीड़ितों के पुनर्वास केंद्र नवांशहर द्वारा 29 जनवरी 2025 को गांव पल्ली ऊंची (एसबीएस नगर) में "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत नशा विरोधी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की अध्यक्षता श्रीमती हरप्रीत कौर (सरपंच) ने की।
नवांशहर- रेड क्रॉस एकीकृत नशा पीड़ितों के पुनर्वास केंद्र नवांशहर द्वारा 29 जनवरी 2025 को गांव पल्ली ऊंची (एसबीएस नगर) में "नशा मुक्त भारत अभियान" के तहत नशा विरोधी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की अध्यक्षता श्रीमती हरप्रीत कौर (सरपंच) ने की।
सर चमन सिंह (प्रोजेक्ट डायरेक्टर) ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए सबसे पहले भाई घनैया के जीवन, रेड क्रॉस की स्थापना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नशा अब पूरी दुनिया में एक बड़ी समस्या है। जहां पूरी दुनिया में युवा नशे की ओर जा रहे हैं, वहीं हाल के दिनों में लड़कियां भी नशे के दलदल में जा रही हैं। युवा युवा जाने-अनजाने में नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं। आज स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी नशे की लत में फंस रहे हैं। पंजाब के युवा अधिक से अधिक हेरोइन का इंजेक्शन लगाकर नशे की लत में फंस रहे हैं। जिससे पंजाब के युवाओं का भविष्य खतरे में है। हमें अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है जो स्कूलों में पढ़ रहे हैं। हमें बड़े युवाओं को भी नशे के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। ताकि युवा नशे से दूर रह सकें। नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत अपने घरों से ही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग जीवन में आने वाली परेशानियों के कारण भी नशे का सहारा लेने लगते हैं जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक साबित होता है। हम आर्थिक और सामाजिक रूप से टूट जाते हैं। यह आदत युवाओं की मौत का कारण बन रही है। इसलिए नशा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। अपने बच्चों को महापुरुषों के जीवन से जुड़ने दें। उन्होंने सभा में पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए।
श्रीमती कमलजीत कौर (पार्षद) ने रेड क्रॉस इंटीग्रेटेड रिहैबिलिटेशन सेंटर फॉर ड्रग विक्टिम्स, नवांशहर में मरीजों के इलाज के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी और बताया कि कोई भी नशा करने वाला व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार एक महीने तक अस्पताल में रह सकता है और मुफ्त इलाज करवा सकता है। चूंकि घर पर रहकर नशे की लत नहीं छोड़ी जा सकती इसलिए नशे की लत को छोड़ने के लिए मनोचिकित्सकों और नशा मुक्ति केंद्रों से संपर्क करना जरूरी है।
इस अवसर पर श्री बलजिंदर सिंह ने भी नशे के दुष्प्रभावों पर अपने विचार प्रकट किए तथा रेडक्रॉस टीम का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमें रेडक्रॉस टीम द्वारा दिए गए सुझावों को जीवन में अपनाना चाहिए। ताकि हम सामाजिक बुराइयों से दूर रह सकें तथा उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि वे भविष्य में भी इस मुहिम में सहयोग करेंगे। श्री अमरीक सिंह तथा श्री हंस राज (दोनों पंच) ने भी अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर किरणदीप कौर (आंगनवाड़ी वर्कर), रणजीत कौर (आंगनवाड़ी वर्कर), कुलवीर सिंह (पंच), बलवंत सिंह (नंबर धारक), बलजिंदर सिंह, कमलजीत सिंह (समाजसेवी), परमिंदरजीत सिंह (पंच), सुखविंदर कौर (पंच), मलूक सिंह, केहर सिंह, शिंगारा सिंह, केसर सिंह, संतोष कुमारी, बलजीत कौर तथा बड़ी संख्या में अन्य गांववासी उपस्थित थे।
