शांति, प्रगति और समृद्धि का विरोध करने वाली शत्रुतापूर्ण ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देंगे: भगवंत सिंह मान

पटियाला, 27 जनवरी- पंजाब की शत्रुतापूर्ण ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने का संकल्प लेते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शांति, सांप्रदायिक सद्भाव, एकता और भाईचारे को भंग करने के मंसूबों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा।

पटियाला, 27 जनवरी- पंजाब की शत्रुतापूर्ण ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने का संकल्प लेते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शांति, सांप्रदायिक सद्भाव, एकता और भाईचारे को भंग करने के मंसूबों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा। 
यहां पोलो ग्राउंड में 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब गुरुओं, पीरों-पैगंबरों, संतों, महापुरुषों और शहीदों की धरती है जो हमेशा मानवता को भाईचारे और सांप्रदायिक सद्भाव के महान मूल्यों की ओर ले जाती है। उन्होंने कहा कि राज्य में बहुत मेहनत के बाद शांति और अमन कायम हुआ है और उनकी सरकार किसी को भी शांति भंग करने की इजाजत नहीं देगी। 
भगवंत सिंह मान ने इस नेक काम के लिए लोगों से सहयोग की मांग की ताकि राज्य की शांति, प्रगति और समृद्धि को पटरी से उतारने की साजिश रच रहे दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके। मुख्यमंत्री ने विभाजनकारी ताकतों को फटकार लगाते हुए कहा कि सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने के उनके मंसूबों को किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब में सामाजिक सद्भाव की जड़ें इतनी गहरी और मजबूत हैं कि राज्य की उपजाऊ धरती पर कुछ भी उगाया जा सकता है लेकिन यहां नफरत के बीज नहीं उग सकते। 
उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए वास्तव में गर्व का क्षण है क्योंकि हमें वोट के अधिकार का प्रयोग करने की शक्ति मिली है, जिसने हमें अपने पूर्वजों के ‘लोगों की, लोगों के लिए और लोगों द्वारा’ सरकार के सपने को पूरा करने का अवसर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 75 वर्षों के दौरान प्रत्येक बीतते दिन के साथ देश में लोकतंत्र मजबूत होता गया है क्योंकि देशवासियों ने लोकतांत्रिक मूल्यों में अटूट विश्वास व्यक्त किया है और बिना किसी डर के वोट देकर स्पष्ट फैसला दिया है।
 इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीयों, खास तौर पर पंजाबियों ने देश की संप्रभुता के लिए किसी भी खतरे का डटकर सामना किया है, जिसे उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से अर्जित किया है। इस अवसर पर अन्यों के अलावा मुख्यमंत्री की पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर, डिवीजनल कमिश्नर दलजीत सिंह मांगट, डिप्टी कमिश्नर पटियाला डॉ. प्रीति यादव, डीआईजी पटियाला रेंज मनदीप सिंह सिद्धू, एसएसपी पटियाला डॉ. नानक सिंह, कई विधायक और पटियाला जिले के अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे।