पंजाब विश्वविद्यालय ने भारत 2047 के लिए सतत विकास पर विचारोत्तेजक वार्ता आयोजित की

चंडीगढ़, 22 जनवरी, 2025- पंजाब विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर पब्लिक हेल्थ ने आज श्री मनीष जुनेजा द्वारा "भारत 2047: क्या विकसित भारत ग्रह को नष्ट किए बिना फल-फूल सकता है" पर एक विचारोत्तेजक वार्ता आयोजित की, जो विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ग्रहीय स्वास्थ्य भविष्यवेत्ता और एमजे एनालिटिक्स लिमिटेड के संस्थापक हैं।

चंडीगढ़, 22 जनवरी, 2025- पंजाब विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर पब्लिक हेल्थ ने आज श्री मनीष जुनेजा द्वारा "भारत 2047: क्या विकसित भारत ग्रह को नष्ट किए बिना फल-फूल सकता है" पर एक विचारोत्तेजक वार्ता आयोजित की, जो विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ग्रहीय स्वास्थ्य भविष्यवेत्ता और एमजे एनालिटिक्स लिमिटेड के संस्थापक हैं।
श्री जुनेजा ने 2047 तक विकास की ओर बढ़ते भारत के सामने आने वाली चुनौतियों पर जोर दिया। जबकि डिजिटल स्वास्थ्य और आर्थिक विकास परिवर्तनकारी अवसर प्रदान करते हैं, लेकिन वे पर्यावरणीय लागतों के साथ आते हैं। एआई, तेजी से शहरीकरण और अति-चिकित्साकरण जैसी उन्नत तकनीकें बढ़ते उत्सर्जन, जैव विविधता के नुकसान और प्रदूषण से संबंधित बीमारियों और माइक्रोप्लास्टिक संदूषण जैसे स्वास्थ्य जोखिमों में योगदान करती हैं।
चर्चा में स्थिरता से पुनर्जनन की ओर बढ़ने का आह्वान किया गया, जिसमें पारंपरिक फसलों की खेती और पर्यावरण के अनुकूल वास्तुकला को अपनाने जैसे स्वदेशी तरीकों की ओर लौटने का आग्रह किया गया। सेंटर फॉर पब्लिक हेल्थ के अध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार ने प्रदूषण को कम करने, हरित प्रौद्योगिकियों को अपनाने और सूचित निर्णय लेने के माध्यम से स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने के महत्व पर जोर दिया। इस कार्यक्रम ने छात्रों को एक ऐसे भविष्य की कल्पना करने के लिए प्रेरित किया, जहां आर्थिक विकास पारिस्थितिक संतुलन के साथ संरेखित हो, जिसमें प्राचीन ज्ञान के साथ नवाचार का मिश्रण हो।