खालसा एड द्वारा दी गई निःशुल्क कोचिंग की बदौलत साधारण परिवारों के युवा बने एडीओ और जेल वार्डन - 57 युवाओं ने पास की पंजाब पुलिस की लिखित परीक्षा

चंडीगढ़, 14 जनवरी, 2024 - पंजाब के साधारण घरों से 57 युवाओं ने पंजाब पुलिस के पद के लिए अधीनस्थ स्तर की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की है। तथा 1 युवा ने क्लास वन अधिकारी के रूप में एडीओ (कृषि विकास अधिकारी) का पद संभाला है तथा 1 युवा ने जेल वार्डन का पद संभाला है। इन सभी बच्चों की ट्यूशन फीस खालसा एड द्वारा अदा की गई तथा इस अध्ययन से संबंधित पुस्तकें सबर फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराई गईं।

चंडीगढ़, 14 जनवरी, 2024 - पंजाब के साधारण घरों से 57 युवाओं ने पंजाब पुलिस के पद के लिए अधीनस्थ स्तर की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की है। तथा 1 युवा ने क्लास वन अधिकारी के रूप में एडीओ (कृषि विकास अधिकारी) का पद संभाला है तथा 1 युवा ने जेल वार्डन का पद संभाला है। इन सभी बच्चों की ट्यूशन फीस खालसा एड द्वारा अदा की गई तथा इस अध्ययन से संबंधित पुस्तकें सबर फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराई गईं।
फाउंडेशन पंजाब नाम से 2023 में शुरू की गई इस परियोजना का उद्देश्य पंजाब के उन प्रतिभाशाली बच्चों को उनकी शिक्षा के सभी पहलुओं में मदद करना था, जो वित्तीय कारणों से नौकरशाही स्तर की परीक्षाओं में शामिल होने से चूक गए हैं। इस अवसर पर खालसा एड प्रमुख भाई रवि सिंह ने फोकस पंजाब के अंतर्गत सिखिया प्रोजेक्ट की देखरेख कर रही खालसा एड इंडिया, फाउंडेशन पंजाब और लबसना आईएएस अकादमी की नई टीम को बधाई दी। भाई रवि सिंह ने वर्तमान युवा पीढ़ी को शिक्षा के क्षेत्र में और भी अधिक जागरूक होने के लिए प्रेरित किया।
 उन्होंने कहा कि जब खालसा एड ने 2009 में पंजाब में अपनी सेवा शुरू की थी, तो उसने शिक्षा परियोजना के तहत स्पॉन्सर-ए-चाइल्ड कार्यक्रम के तहत बहुत जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी ली थी। भाई रवि सिंह ने वीडियो कॉल के माध्यम से यूके से विशेष रूप से क्लास-1 अधिकारी के रूप में नियुक्त एडीओ धर्मपाल सिंह से भी बात की और उन्हें बधाई दी। खालसा एड इंडिया के ऑपरेशन लीड भाई दविंदरजीत सिंह ने बताया कि खालसा एड द्वारा चलाए जा रहे फोकस पंजाब कार्यक्रम के तहत सात अलग-अलग समाज कल्याण परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें से एक शिक्षा परियोजना भी है।
 उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत खालसा एड द्वारा संगरूर जिले के काकड़ा गांव में दशमेश पब्लिक स्कूल चलाया जा रहा है, जहां उच्च स्तर की शैक्षणिक सुविधाओं के साथ-साथ उच्च योग्यता प्राप्त अध्यापक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सबर फाउंडेशन के अध्यक्ष जसप्रीत सिंह दहिया ने कहा कि खालसा एड के सहयोग से उनके द्वारा यह प्रोजेक्ट वर्ष 2023 में शुरू किया गया है। जिसमें 3691 से अधिक बच्चों ने अपनी रुचि दिखाई।
 लेकिन भारत की शीर्ष कोचिंग अकादमियों में से एक, लैबसना आईएएस कोचिंग अकादमी ने टेस्ट के आधार पर 1000 से अधिक बच्चों को दाखिला दिया। जिसमें पंजाब के लगभग हर जिले से बच्चों ने ऑनलाइन तैयारी की और इनमें से लगभग 150 योग्य बच्चों को ऑफलाइन और ऑनलाइन कोचिंग दिलवाकर इस परीक्षा की तैयारी करवाई गई। परिणामस्वरूप, खालसा एड और सबर फाउंडेशन की मेहनत आज रंग लाई और कुल 59 बच्चे पेपर में उत्तीर्ण हुए, जिनमें से 2 ने पदभार ग्रहण किया।
उन्होंने कहा कि सिख धर्म से संबंधित जो भी वित्तीय जरूरत है, वह खालसा एड द्वारा पूरी की जा रही है। सबर फाउंडेशन उन बच्चों को किसी भी प्रकार की पुस्तक की सुविधा प्रदान करता है जिन्हें किसी भी प्रकार की शैक्षिक सामग्री की आवश्यकता होती है। इसमें लैबसना आईएएस अकादमी ने परीक्षा की तैयारी का आयोजन किया है।
 लैबसना आईएएस कोचिंग एकेडमी के सीईओ जतिन बजाज ने बताया कि सभी प्रोफेसर इन बच्चों को कोचिंग दे रहे हैं। वे सभी उच्च योग्यताधारी हैं तथा स्वयं भी इन परीक्षाओं में सम्मिलित हुए हैं। साप्ताहिक मॉक इंटरव्यू सेवानिवृत्त आईएएस पीसीएस अधिकारियों द्वारा आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरे भारत में साप्ताहिक 1 टेस्ट आयोजित करने वाला पहला आईएएस कोचिंग सेंटर है।
उन्होंने कहा कि जो बच्चे इस सेवा का लाभ लेना चाहते हैं, वे sabar.org वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भरकर जमा कर सकते हैं। खालसा एड के एशिया पैसिफिक हेड सरदार गुरप्रीत सिंह ने बताया कि यूपीएससी स्तर की परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण शुरू करने का उद्देश्य यह है कि दो साल बाद बच्चे पीपीएससी स्तर और अधीनस्थ स्तर के पेपरों की तैयारी कर सकें और उत्तीर्ण हो सकें। और इसका परिणाम यह हुआ कि आज इन प्रतिभाशाली बच्चों ने यह साबित कर दिया है कि पंजाब के युवा अभी भी अफसर बनने की क्षमता रखते हैं।
आज जहां अधिकतर युवाओं का झुकाव विदेशों की ओर बढ़ रहा है, वहीं ये युवा उनके लिए एक मिसाल हैं। जो पंजाब में पढ़कर अपने समाज की सेवा करने के साथ-साथ अपना अच्छा जीवन जीने में भी सक्षम हो गए हैं। सरदार गुरप्रीत सिंह ने इन परिणामों के लिए पूरी खालसा एड इंडिया टीम, सबर फाउंडेशन और लबसना आईएएस कोचिंग अकादमी को बधाई दी।