
पंजाबी साहित्य सभा ने कालाबूला पंचायत के सहयोग से साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया
संगरूर- पंजाबी साहित्य सभा शेरपुर द्वारा जिला संगरूर के गांव कालाबूला की पंचायत के सहयोग से सरकारी प्राइमरी स्कूल कालाबूला में गुरनाम सिंह भट्ठल, राजिंदरजीत सिंह कालाबूला और प्रमत्रिपत सिंह कालाबूला की याद को समर्पित एक साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
संगरूर- पंजाबी साहित्य सभा शेरपुर द्वारा जिला संगरूर के गांव कालाबूला की पंचायत के सहयोग से सरकारी प्राइमरी स्कूल कालाबूला में गुरनाम सिंह भट्ठल, राजिंदरजीत सिंह कालाबूला और प्रमत्रिपत सिंह कालाबूला की याद को समर्पित एक साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
अध्यक्षता करने वालों में पवन हरचंदपुरी, केंद्रीय पंजाबी लेखक संघ के अध्यक्ष सेखों राज, लोक सचिव प्रो. संधू वरयानवी, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के पूर्व निदेशक डॉ. इस अवसर पर गांव कालाबूला के सरपंच बलदेव सिंह बदन, प्रसिद्ध लेखक रणजीत सिंह कालाबूला तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
रणजीत सिंह कालाबूला ने तीनों विभूतियों के जीवन और उनके सामाजिक सरोकारों पर प्रभावशाली पुस्तिकाएं पढ़ीं। सुखदेव सिंह औलख ने नशे के चलन पर चर्चा की। डॉ. बलदेव सिंह बदन, जसवीर कौर बरनाला की सम्पूर्ण कविताएं, जागीर सिंह, जगतार के वर्तमान समय पर संपादकीय लेख तथा मुंशी प्रेमचंद के हिंदी उपन्यास गोदान का पंजाबी अनुवाद जनता के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर सभा की ओर से सभी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। अन्य कवियों के साथ गुलजार सिंह शौकी, डॉ. राकेश शारदा को भी खूब सराहना मिली।
