34वां ग़दरी बाबा मेला बीबी गुलाब कौर को समर्पित होगा

जालंधर- 34वां ग़दरी बाबा मेला ग़दर आंदोलन की नेता बीबी गुलाब कौर के 100वें निधन पर समर्पित होगा। हर साल नई ऊंचाइयों को छूने वाला ग़दरी बाबा मेला इस साल ग़दरी गुलाब कौर की जीवन गाथा के संदर्भ में हमारे समय की महिलाओं को एक सशक्त संदेश देगा, जो विभिन्न प्रकार की गुलामी, भेदभाव, अपमान और उत्पीड़न का सामना कर रही हैं, कि जन संघर्ष का मार्ग ही सभी मेहनतकश वर्गों के साथ मिलकर ग़दरी गुलाब कौर जैसी जोशीली भावना के साथ लोगों के आंगन में नई बहार लाने का एकमात्र अच्छा तरीका है।

जालंधर- 34वां ग़दरी बाबा मेला ग़दर आंदोलन की नेता बीबी गुलाब कौर के 100वें निधन पर समर्पित होगा। हर साल नई ऊंचाइयों को छूने वाला ग़दरी बाबा मेला इस साल ग़दरी गुलाब कौर की जीवन गाथा के संदर्भ में हमारे समय की महिलाओं को एक सशक्त संदेश देगा, जो विभिन्न प्रकार की गुलामी, भेदभाव, अपमान और उत्पीड़न का सामना कर रही हैं, कि जन संघर्ष का मार्ग ही सभी मेहनतकश वर्गों के साथ मिलकर ग़दरी गुलाब कौर जैसी जोशीली भावना के साथ लोगों के आंगन में नई बहार लाने का एकमात्र अच्छा तरीका है। 
आज देश भगत यादगार कमेटी के ट्रस्ट बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया कि देश-विदेश में रहने वाले ग़दरी सेनानियों के वारिसों को अभी से ही समागमों, प्रचार अभियानों और कारवां के माध्यम से 1 नवंबर 2025 को अपने चरम पर पहुंचने वाले मेले में भाग लेने के लिए जोरदार तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए।
 देश भगत यादगार कमेटी के अध्यक्ष अजमेर सिंह, महासचिव प्रिथीपाल सिंह मरीमेघा, उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह संधू, वित्त सचिव सीतल सिंह संघा, सह सचिव चरंजी लाल कंगनीवाल तथा सांस्कृतिक विंग के संयोजक अमोलक सिंह ने आज की बैठक के निर्णयों को प्रेस के साथ साझा करते हुए बताया कि शनिवार 28 जून को देश भगत यादगार हॉल के अंदर बने शहीद विष्णु गणेश पिंगले हॉल में अति ज्वलंत मुद्दों पर विशेष विचार-विमर्श किया जाएगा। 
जिसमें विश्व बैंक, विश्व व्यापार संगठन, वैश्विक तथा घरेलू कॉरपोरेट घरानों द्वारा हमारे देश के जंगल, जल, जमीन, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, साहित्य, संस्कृति, भाषा आदि को पूरी तरह से नष्ट करने तथा लोगों की आवाज को जड़ से दबाने के लिए विभिन्न स्तरों पर किए गए सांप्रदायिक फासीवादी हमले के बारे में लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा। 
मीटिंग में ग़दरी देशभक्तों और क्रांतिकारियों के भूले बिसरे गीतों को गूंजाने के लिए शहीद करतार सिंह सराभा मंच और जीटी रोड के काम को प्राथमिकता के आधार पर लेने और देश भगत यादगार हॉल के सभी सेमिनार और ऑडिटोरियम हॉल में साउंड सिस्टम लगाने के फैसले को लागू करने का प्रस्ताव पास किया गया। 
साउंड सिस्टम के लिए विशेष वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सीनियर ट्रस्टी सुरिंदर कुमारी कोछड़ का धन्यवाद किया गया। ट्रस्ट बोर्ड ने खड़े होकर सीपीआई माओवादी के महासचिव कामरेड केशव राव और महिला साथियों सहित दर्जनों कम्युनिस्ट क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा आरएमपीआई गुरदासपुर के कामरेड दर्शन सिंह, सेवा सिंह नवीपुर तरनतारन पट्टी, प्रेम सिंह मंधाली को भी पुष्पांजलि अर्पित की गई।
 मीटिंग में यह भी फैसला लिया गया कि जून में धान की बिजाई के सीजन को ध्यान में रखते हुए सितंबर महीने में देश भगत यादगार हॉल में प्रशिक्षु जागरूकता कैंप लगाया जाएगा। आज की बैठक में पदाधिकारियों के अलावा वरिष्ठ ट्रस्टी सुरिंदर कुमारी कोचर, डॉ. परमिंदर सिंह, हरदेव सिंह अर्शी, गुरुमीत सिंह, रणजीत सिंह औलख, परगट सिंह जमाराय भी मौजूद थे ।