महाराष्ट्र में तीन महीने में 767 किसानों ने की आत्महत्या, सरकार चुप: राहुल

नई दिल्ली, 3 जुलाई- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार इन आत्महत्याओं पर चुप है और उदासीनता बरती जा रही है। उन्होंने दावा किया कि यह 'व्यवस्था' किसानों को मार रही है, लेकिन प्रधानमंत्री अपने 'पीआर' का तमाशा देख रहे हैं।

नई दिल्ली, 3 जुलाई- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार इन आत्महत्याओं पर चुप है और उदासीनता बरती जा रही है। उन्होंने दावा किया कि यह 'व्यवस्था' किसानों को मार रही है, लेकिन प्रधानमंत्री अपने 'पीआर' का तमाशा देख रहे हैं।
राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सोचिए... महाराष्ट्र में सिर्फ तीन महीने में 767 किसानों ने आत्महत्या की। क्या यह सिर्फ एक आंकड़ा है? नहीं। ये 767 बर्बाद हुए घर हैं। 767 परिवार जो कभी अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पाएंगे। और सरकार चुप है। वह उदासीनता से देख रही है।"
गांधी ने दावा किया, ''किसान हर दिन कर्ज में डूब रहे हैं- बीज महंगे हैं, खाद महंगी है, डीजल महंगा है... लेकिन एमएसपी की कोई गारंटी नहीं है। जब वे कर्ज माफी की मांग करते हैं तो उन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है।'' कांग्रेस नेता ने कहा, ''लेकिन जिनके पास करोड़ों रुपये हैं? मोदी सरकार आसानी से उनका कर्ज माफ कर देती है। 
आज की खबर देखिए- अनिल अंबानी का 48,000 करोड़ रुपये का एसबीआई 'धोखाधड़ी'।'' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ''मोदी जी ने कहा था कि वह किसान की आय दोगुनी करेंगे- लेकिन आज स्थिति यह है कि अन्नदाता का जीवन आधा रह गया है।'' गांधी ने कहा, ''यह व्यवस्था किसानों को मार रही है- चुपचाप, लेकिन लगातार... और मोदी जी अपने पीआर का तमाशा देख रहे हैं।'' 
इस बीच, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए 'एक्स' पर एक चार्ट साझा किया जिसमें दावा किया गया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस सरकार के 15 साल के कार्यकाल के दौरान महाराष्ट्र में 55,928 किसानों ने आत्महत्या की।