
आज दिनांक 28 नवम्बर 2024 को पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के दयानन्द वैदिक अध्ययन पीठ द्वारा वार्षिक “दयानन्द वैदिक सिद्धान्त व्याख्यान माला” का शुभारम्भ किया गया।
Chandigarh November 28, 2024: वर्ष भर चलने वाले इस व्याख्यानमाला के प्रथम व्याख्यान में जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू के संस्कृत विभाग के सहायक आचार्या डॉ प्रियंका आर्या ने “मन्त्रद्रष्ट्री ऋषिकाओं का वैदिक स्वरूप” विषय पर ऋषिकाओं का विस्तृत परिचय बताते हुए मंत्रद्रष्ट्री लोमशा, अरण्यानी, घोषा, अपाला, लोपामुद्रा, सरमा आदि का सप्रमाण विवरण प्रस्तुत किया। डॉ. आर्या ने ऋषिकाओं के विभिन्न सन्दर्भ प्रस्तुत करते हुए उनको विदूषी, आचार्या, वेदार्थों की व्याख्या करने वाली तथा सृष्टि निर्माण करने वाली के रूप में चित्रित किया।
Chandigarh November 28, 2024: वर्ष भर चलने वाले इस व्याख्यानमाला के प्रथम व्याख्यान में जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू के संस्कृत विभाग के सहायक आचार्या डॉ प्रियंका आर्या ने “मन्त्रद्रष्ट्री ऋषिकाओं का वैदिक स्वरूप” विषय पर ऋषिकाओं का विस्तृत परिचय बताते हुए मंत्रद्रष्ट्री लोमशा, अरण्यानी, घोषा, अपाला, लोपामुद्रा, सरमा आदि का सप्रमाण विवरण प्रस्तुत किया। डॉ. आर्या ने ऋषिकाओं के विभिन्न सन्दर्भ प्रस्तुत करते हुए उनको विदूषी, आचार्या, वेदार्थों की व्याख्या करने वाली तथा सृष्टि निर्माण करने वाली के रूप में चित्रित किया।
ऋषिकाओं के वैदिक स्वरूप के सन्दर्भ में वेदों से अनेक मन्त्रों को उद्धृत करते हुए डॉ. आर्या ने महर्षि यास्क व महर्षि दयानन्द की भाष्य-परम्परा को भी दर्शाया है, जिसमें स्त्री-शिक्षा की पुष्टि हुई है।
अध्यक्षीय भाषण में दयानन्द वैदिक अध्ययन पीठ के अध्यक्ष प्रो. वीरेन्द्र कुमार अलंकार ने वैदिक परम्परा में स्त्री के विविध पक्षों का उपस्थापन करते हुए उनके महत्त्व को दर्शाया है। अपने वक्तव्य में यह भी हर्ष जताया है कि जिस प्रकार प्राचीन काल में महिलाएँ शिक्षित होकर उच्चपद पर आसीन होती थीं, ठीक उसी प्रकार आज भी नारी शिक्षित होकर विभिन्न विश्वविद्यालयों में उच्चपद पर आसीन हैं।
अन्त में कार्यक्रम के संयोजक विभाग के सहायक आचार्य डॉ. भारद्वाज ने मुख्य वक्त्री डॉ. प्रियंका आर्या, विभागाध्यक्ष प्रो. अलंकार व उपस्थित सभी महानुभावों का धन्यवाद करते हुए नारी-शिक्षा के विषय पर संक्षिप्त टिप्पणी की। इस कार्यक्रम में संस्कृत विभाग से डॉ. सुनीता देवी, डॉ. तोमीर शर्मा व डी.ए.वी कॉलेज सैक्टर 10 से डॉ. सुषमा अलंकार आदि भी उपस्थित रहीं।
