जिले में 850 मीट्रिक टन डीएपी खाद आने से डीएपी की मांग रुक गई है

साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, 18 नवंबर: जिला प्रशासन के सहयोग और कृषि विभाग के प्रयासों से, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर जिले को हाल ही में 850 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक प्राप्त हुआ है। इसमें से 500 मीट्रिक टन निजी डीलरों को और 350 मीट्रिक टन सहकारी समितियों को आपूर्ति की गई है।

साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, 18 नवंबर: जिला प्रशासन के सहयोग और कृषि विभाग के प्रयासों से, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर जिले को हाल ही में 850 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक प्राप्त हुआ है। इसमें से 500 मीट्रिक टन निजी डीलरों को और 350 मीट्रिक टन सहकारी समितियों को आपूर्ति की गई है।
 जिससे जिले के किसानों को डीएपी की पूर्ति में बड़ा लाभ मिलेगा। जिले के किसानों द्वारा डीएपी उर्वरक के वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग से डीएपी उर्वरक की मांग काफी हद तक पूरी हो गयी है।
 यह जानकारी देते हुए जिले के मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गुरमेल सिंह ने बताया कि जिले में फॉस्फेटिक उर्वरकों का कुल कोटा मार्च 2025 तक 7763 मीट्रिक टन की आवश्यकता है। जिसमें से अब तक 5334 मीट्रिक टन की आपूर्ति की जा चुकी है।
 उन्होंने कहा कि कृषि अधिकारियों द्वारा जिले में किसानों को डीएपी उर्वरक के वैकल्पिक फॉस्फेटिक यौगिक/उर्वरकों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। मुख्य कृषि अधिकारी के अनुसार डीएपी के स्थान पर सिंगल सुपर फॉस्फेट, ट्रिपल सुपर फॉस्फेट और एनपीके उर्वरकों का भी उपयोग किया जा सकता है, इसलिए किसानों को केवल डीएपी पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।
 मुख्य कृषि अधिकारी ने आज खाद स्टॉक की जांच के लिए भागो माजरा सहकारी समिति का दौरा किया और उर्वरक रिकॉर्ड की भी जांच की।