एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग में श्री पुलकित व्यास द्वारा विशेषज्ञ व्याख्यान

चंडीगढ़, 06 नवंबर 2024: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी युनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग ने 05 नवंबर, 2024 को अपने 1994 बैच के विशिष्ट पूर्व छात्र श्री पुलकित व्यास द्वारा एक प्रेरणादायक गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया। इस समय मिडिल ईस्ट में कस्टमर अकाउंट मैनेजर के रूप में कार्यरत श्री व्यास ने "जर्नी थ्रू एन एविएशन करियर – एन एरोनॉटिकल इंजीनियरस व्यू" शीर्षक से अपने विस्तृत अनुभव को साझा किया।

चंडीगढ़, 06 नवंबर 2024: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी युनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग ने 05 नवंबर, 2024 को अपने 1994 बैच के विशिष्ट पूर्व छात्र श्री पुलकित व्यास द्वारा एक प्रेरणादायक गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया। इस समय मिडिल ईस्ट में कस्टमर अकाउंट मैनेजर के रूप में कार्यरत श्री व्यास ने "जर्नी थ्रू एन एविएशन करियर – एन एरोनॉटिकल इंजीनियरस व्यू" शीर्षक से अपने विस्तृत अनुभव को साझा किया। 
अपने प्रभावशाली करियर से जुड़े व्यक्तिगत अनुभवों और पेशेवर जानकारियों के माध्यम से उन्होंने श्रोताओं को आकर्षित किया। श्री व्यास ने अपने दशक भर के विभिन्न एयरलाइंस में मैनेजमेंट और एयरस्पेस ओईएम के साथ एक और दशक में कस्टमर रेलशंस और प्रोडक्ट मैनेजमेंट में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिकाओं के बारे में बताया। उनके अनुभव ने विमानन उद्योग (एविएशन इंडस्ट्री) में अवसरों और चुनौतियों का व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया, जिससे एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए यह सत्र अत्यंत शिक्षाप्रद साबित हुआ।
सत्र के दौरान, श्री व्यास ने विमानन क्षेत्र में सफल करियर के लिए अनुकूलन क्षमता, निरंतर सीखने और नेटवर्किंग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को अवसरों का सक्रियता से पीछा करने के लिए भी प्रेरित किया और एयरलाइन संचालन व एयरोस्पेस मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण कौशलों को उजागर किया। उनके प्रेरणादायक संबोधन ने उपस्थित लोगों को विमानन करियर के लैंडस्केपऔर एयरोस्पेस इंजीनियरों के लिए उपलब्ध विविध भूमिकाओं के बारे में स्पष्ट समझ भी प्रदान की।
इस गेस्ट लेक्चर के अंत में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख प्रोफेसर राकेश कुमार ने श्री पुलकित व्यास का स्वागत और सम्मान करते हुए, एक मोमेंटो भेंट कर उनकी व्याख्यान में प्रदान की गई जानकारी और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग क्षेत्र में उनके योगदान के लिए आभार भी व्यक्त किया। यह कार्यक्रम काफी सफल रहा और दर्शकों को एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में अपने भविष्य के प्रति अधिक प्रेरित होने और उत्साह प्रगट करने में भी सहयोग दिया।