
अन्न और अन्नदाता की बेकदरी का श्राप भारतीय जनता पार्टी को डूबा देगा – बरसट
मोहाली / चंडीगढ़, 27 अक्तूबर, 2024 – आम आदमी पार्टी, पंजाब के महासचिव और पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने पंजाब में अन्नदाता और अन्न की भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा की जा रही बेकदरी की कड़ी निंदा की है। स. बरसट ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत के शास्त्रों के अनुसार अन्न की बेकदरी करना महापाप है।
मोहाली / चंडीगढ़, 27 अक्तूबर, 2024 – आम आदमी पार्टी, पंजाब के महासचिव और पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने पंजाब में अन्नदाता और अन्न की भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा की जा रही बेकदरी की कड़ी निंदा की है। स. बरसट ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत के शास्त्रों के अनुसार अन्न की बेकदरी करना महापाप है।
केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार आज पंजाब में हर स्तर पर अन्न की बेकदरी कर रही है। अन्न के साथ-साथ अन्नदाता किसानों, मजदूरों, व्यापारियों, शैलर मालिकों और आढ़ती भाईचारे को मंडियों में रूलने के लिये मजबूर कर रही है। इस प्रकार अन्न और अन्नदाता की बेकदरी हो रही है। भारत के शास्त्रों ने अन्न को देवता का दर्जा दिया है। इसका प्रमाण हमेशा ऋषियों-मुनियों और महान तपस्वियों की बाणी और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है।
हमारे पैगम्बर हमेशा नमस्कार करके ही अन्न ग्रहण करते थे और कभी भी जूठा नहीं छोड़ते थे और न ही अन्न को पैरों के नीचे रूलने देते थे, परंतु भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार सभी संस्कार भूलकर अन्न और अन्नदाता की बेकदरी कर रही है। यह सिर्फ राजनीतिक कारणों से पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार को नीचा दिखाने के लिये किया जा रहा है। इससे कितने पंजाबी परेशान और खज्जल हो रहे हैं, इनको इस बात की कोई चिंता नहीं। भारतीय जनता पार्टी के पंजाब के नेता भी मगरमच्छ जैसे आंसू ही बहा रहे हैं, जबकि केंद्र में उनको कोई पूछता नहीं। इस प्रकार जो केंद्र सरकार अन्न और अन्नदाताओं की बेकदरी कर रही है, भारतीय शास्त्रों के अनुसार जल्द ही उनकी नैया डूब जाएगी।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी पंजाब के अन्नदाताओं और अन्न के प्रति अपने राजधर्म का पालन करने में असमर्थ रहे हैं, क्योंकि मोदी जी आज भी अपने आप को भारतीय जनता पार्टी का ही प्रधानमंत्री समझ रहे हैं, जबकि वह देश के प्रधानमंत्री हैं। उनकी जिम्मेदारी है कि पंजाब के किसान अन्नदाताओं के साथ न्याय करें, परंतु प्रधानमंत्री जी मणिपुर के प्रति भी संवेदनहीन रहे हैं। देश में विभिन्न प्रदेशों में विपक्षी पार्टी को तोड़ने के लिये सरकार की एजेंसियों विजिलेंस, ईडी, सीबीआई और अन्य तंत्र का दुरुपयोग करके लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं, जो कि राजधर्म का उल्लंघन है।
इससे पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भी गुजरात दंगों के समय उस समय के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को राजधर्म का पालन करने की सलाह दी थी, परंतु मोदी साहब ने ध्यान नहीं दिया। आज फिर अन्नदाताओं की बेकदरी और राजधर्म का पालन न करना बराबर है।
स. बरसट ने बताया कि धान के सीजन के दौरान पंजाब सरकार द्वारा मंडियों में धान के खरीद कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं, जिसके तहत पीने योग्य साफ पानी, बिजली की लाइटें, सफाई, बाथरूम, छांव आदि के प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब तक पंजाब की मंडियों में 58.39 लाख मीट्रिक टन धान की फसल की आमद हो चुकी है, जिसमें से 53.24 लाख मीट्रिक टन की खरीद भी की जा चुकी है और 16.57 लाख मीट्रिक टन की लिफ्टिंग भी हो चुकी है।
पंजाब मंडी बोर्ड की कुल 156 मार्किट कमेटियां हैं, जिनमें 152 मुख्य यार्ड हैं और 283 सबयार्ड हैं और 1383 खरीद केंद्र हैं, जबकि धान की खरीद सही ढंग से करने के लिए 1145 और आरजी खरीद केंद्र घोषित किए गए हैं। इस तरह आज पूरे पंजाब में कुल 2963 खरीद केंद्र चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों, मजदूरों, आढ़तियों, राइस मिलरों, व्यापारियों के साथ खड़ी है और उन्हें किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी।
