
पीईसी चंडीगढ़ को डीएसटी पर्स परियोजना के तहत ₹ 7.14 करोड़ का अनुदान मिला
चंडीगढ़, 29 अक्टूबर 2024: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के लिए एक और गर्व का क्षण, पेक को डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा डीएसटी पर्स प्रोजेक्ट के तहत 7.14 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है। यह अनुदान पीईसी की रिसर्च और इनोवशन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अनुदान का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र में नई तकनीकों को बढ़ावा देना है।
चंडीगढ़, 29 अक्टूबर 2024: पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), चंडीगढ़ के लिए एक और गर्व का क्षण, पेक को डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा डीएसटी पर्स प्रोजेक्ट के तहत 7.14 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है। यह अनुदान पीईसी की रिसर्च और इनोवशन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अनुदान का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र में नई तकनीकों को बढ़ावा देना है।
यह उपलब्धि प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर, प्रोफेसर वसुंधरा सिंह और सभी इंजीनियरिंग और साइंस विभागों की टीमों की कड़ी मेहनत से मुमकिन हो पाई है। प्रो. वसुंधरा सिंह, पेक के एप्लाइड साइंस विभाग में रसायन विज्ञान की प्रोफेसर हैं, इस अनुदान को हासिल करने में अहम भूमिका निभा रही हैं। इस अनुदान से पीईसी उन नौ प्रमुख संस्थानों में से एक बन गया है, जिन्हें भारत में यूनिवर्सिटी रिसर्च सिस्टम को मज़बूत करने के लिए चुना गया है।
डीएसटी पर्स प्रोजेक्ट के तहत, पीईसी और अन्य संस्थान मिलकर मानव स्वास्थ्य, स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन, ह्यूमन ऑर्गन-ऑन-चिप तकनीक के ज़रिए दवाओं की खोज, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने और क्वांटम टेक्नोलॉजी के उपयोग जैसे विषयों में नए-नए समाधान खोजने पर काम करेंगे।
हम इस यात्रा में सहयोग देने के लिए डॉ. मेहता का मार्गदर्शन, पूर्व पीईसी निदेशक प्रो. बलदेव सेतिया और वर्तमान निदेशक (एड इंटरिम) प्रो. राजेश कुमार भाटिया का धन्यवाद करते हैं। साथ ही, इस प्रोजेक्ट में योगदान देने वाले डॉ. संदीप कुमार (को-इन्वेस्टिगेटर), डॉ. आर.एस. वालिया, डॉ. अरुण कुमार सिंह और पीईसी, पंजाब यूनिवर्सिटी, पीजीआईएमईआर, एनएबीआई और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के सभी सहयोगी संकाय सदस्यों का विशेष आभार प्रकट करते हैं। इस महत्वपूर्ण यात्रा में हमें सभी सीआरआईकेसी संस्थानों से सहयोग की उम्मीद भी है।
