डिप्टी कमिश्नर ने सरकारी अस्पताल बलाचौर का औचक निरीक्षण किया

नवांशहर, 02 फरवरी 2024:- डिप्टी कमिश्नर नवजोत पाल सिंह रंधावा ने सरकारी अस्पताल बलाचौर में अप्रत्याशित 'चैंकिंग' की और डॉक्टरों को मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार अस्पताल के भीतर मरीजों को सभी दवाएं उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिए। इस मौके पर उनके साथ एडीसी (आर) राजीव वर्मा, एडीसी (विकास) सागर सेटियान, एसडीएम नवांशहर डॉ. अक्षिता गुप्ता, सहायक कमिश्नर डॉ. गुरलीन कौर, डॉक्टर और संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

नवांशहर, 02 फरवरी 2024:- डिप्टी कमिश्नर नवजोत पाल सिंह रंधावा ने सरकारी अस्पताल बलाचौर में अप्रत्याशित 'चैंकिंग' की और डॉक्टरों को मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार अस्पताल के भीतर मरीजों को सभी दवाएं उपलब्ध कराने के सख्त निर्देश दिए। इस मौके पर उनके साथ एडीसी (आर) राजीव वर्मा, एडीसी (विकास) सागर सेटियान, एसडीएम नवांशहर डॉ. अक्षिता गुप्ता, सहायक कमिश्नर डॉ. गुरलीन कौर, डॉक्टर और संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि बलाचौर अस्पताल की जांच कर डॉक्टरों को अस्पताल के भीतर से ही सभी दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस अस्पताल के दवा भंडार कक्ष की जांच कर सभी अभिलेखों की जांच की गयी कि वर्तमान में कौन सी दवा उपलब्ध है और कौन सी दवा की मांग की जानी है, इसकी प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि कुछ दवाओं को पहले ही आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल किया जा चुका है. आवश्यक दवाओं की सूची के अलावा अन्य दवाओं की खरीद के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की गई है और मरीजों को दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस दौरान उपायुक्त ने इलाज कराने आये मरीजों से भी बातचीत की और दी जा रही सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली.
जांच के बाद उपायुक्त ने कहा कि संबंधित डॉक्टरों ने बताया है कि जिन अन्य दवाओं की जरूरत है, उनकी खरीदारी के लिए कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गयी है और दवा मंगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गयी है. विभिन्न मरीजों से दी गई सेवाओं के संबंध में जानकारी ली गई है। सभी मरीजों ने संतुष्टि व्यक्त की है। ये परीक्षण अल्ट्रासाउंड सुविधाओं के लिए सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में सरकारी दरों पर किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में सिविल अस्पतालों की भी जांच की जाएगी ताकि मरीजों को अस्पतालों में कोई परेशानी न हो।