
एडवोकेट गुरमीत शुगली व सुधाकर की याद में देश भगतों द्वारा शोक सभा
होशियारपुर- नया ज़माना अखबार की संचालन संस्था अर्जन सिंह गर्गज फाउंडेशन के महासचिव, नया ज़माना अखबार के मुद्रक व प्रकाशक, लेखक, मार्क्सवादी वैज्ञानिक विचारधारा के ध्वजवाहक एडवोकेट गुरमीत सिंह शुगली व सीपीआई (माओवादी) के केंद्रीय कमेटी सदस्य सुधाकर की कथित पुलिस मुठभेड़ में हत्या पर उनके परिजनों, रिश्तेदारों व साथियों के साथ गहरा दुख साझा करते हुए तथा समाज के प्रति उनके योगदान पर गर्व करते हुए देश भगत स्मारक कमेटी द्वारा शोक सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
होशियारपुर- नया ज़माना अखबार की संचालन संस्था अर्जन सिंह गर्गज फाउंडेशन के महासचिव, नया ज़माना अखबार के मुद्रक व प्रकाशक, लेखक, मार्क्सवादी वैज्ञानिक विचारधारा के ध्वजवाहक एडवोकेट गुरमीत सिंह शुगली व सीपीआई (माओवादी) के केंद्रीय कमेटी सदस्य सुधाकर की कथित पुलिस मुठभेड़ में हत्या पर उनके परिजनों, रिश्तेदारों व साथियों के साथ गहरा दुख साझा करते हुए तथा समाज के प्रति उनके योगदान पर गर्व करते हुए देश भगत स्मारक कमेटी द्वारा शोक सभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
पत्रकारिता के क्षेत्र के अलावा एडवोकेट गुरमीत शुगली अपनी पार्टी सीपीआई में भी सक्रिय रूप से भाग लेते रहे। विद्यार्थी जीवन से लेकर कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में जहां वे विद्यार्थियों को धर्मनिरपेक्ष, क्रांतिकारी लोकतांत्रिक व मार्क्सवादी विचारों से जोड़ने का प्रयास कर रहे थे, वहीं वे देश भगत स्मारक हॉल में आयोजित ग़दरी बाबाओं के मेले व अन्य गतिविधियों से भी निकटता से जुड़े रहे।
उनका निधन अमेरिका में उनके बेटे रमनजीत सिंह मंड के हाथों दिल का दौरा पड़ने से हुआ। उनके दूसरे पुत्र एडवोकेट राजिंदर सिंह मंड देश भगत स्मारक समिति के सदस्य हैं।
इस तरह बस्तर जिले में फर्जी पुलिस मुठभेड़ में आधी सदी से सक्रिय सीपीआई (माओवादी) के केंद्रीय समिति सदस्य लक्ष्मी नरसिंहाचलम उर्फ सुधाकर की हत्या ने मोदी सरकार की कम्युनिस्टों को घेरकर मारने की नीति की तीखी आलोचना की है। देश भगत यादगार समिति ने कहा है कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आदिवासियों के संघर्ष को दबाने की पूरी कोशिश की गई और विरसा मुंडा जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को नया रूप देना पड़ा।
इसी तरह जंगल, जल, जमीन और महिलाओं के सम्मान की रक्षा करने की भाजपा सरकार की तीव्र इच्छा भविष्य में शासकों को चैन की नींद नहीं सोने देगी। समिति का कहना है कि शहीद भगत सिंह के ये शब्द हमेशा अमर रहेंगे, "आप लोगों को मार सकते हैं, उनके विचारों को नहीं।" देश भगत यादगार समिति ने आज एडवोकेट गुरमीत शुगली और सुधाकर को श्रद्धांजलि दी और कहा कि ग़दरी विरासत की रोशनी भविष्य में हमेशा अंधकार से लड़ती रहेगी।
यह संयुक्त शोक संदेश देश भगत यादगार कमेटी की ओर से कमेटी के अध्यक्ष अजमेर सिंह, महासचिव प्रिथीपाल सिंह, सांस्कृतिक विंग के संयोजक अमोलक सिंह, कमेटी के उपाध्यक्ष कुलवंत सिंह संधू, सहायक सचिव चरंजी लाल कंगनीवाल तथा वित्त सचिव सीतल सिंह संघा ने प्रेस को जारी किया तथा सभी लोक हितैषी संगठनों व शख्सियतों से कलम, कला व संघर्ष के क्षेत्र में एकजुट होकर आगे आने की पुरजोर अपील की है।
