रेड क्रॉस नशा मुक्ति केंद्र नवांशहर में हाड़ माह की संग्रांद दिवस मनाया गया

नवांशहर - रेडक्रॉस नशा मुक्ति केंद्र नवांशहर द्वारा केंद्र में हाड़ माह की संग्रांद मनाई गई। इस अवसर पर सरदार भाई जसप्रीत सिंह बेदी (मुख्य सेवादार सुखमनी साहिब सोसायटी, नवांशहर) जी ने जपुजी साहिब की पांच पौड़ी, बारह माह में से हाड़ महीने का जाप, और छः पौड़ीयां आनंद साहिब का जाप किया।

नवांशहर - रेडक्रॉस नशा मुक्ति केंद्र नवांशहर द्वारा केंद्र में हाड़ माह की संग्रांद मनाई गई। इस अवसर पर सरदार भाई जसप्रीत सिंह बेदी (मुख्य सेवादार सुखमनी साहिब सोसायटी, नवांशहर) जी ने जपुजी साहिब की पांच पौड़ी, बारह माह में से हाड़ महीने का जाप,  और छः पौड़ीयां आनंद साहिब का जाप किया।
उन्होंने गुरबाणी का हवाला देकर हाड़ माह का महत्व बताया। अंत में उन्होंने मरीजों की खुशहाली, संस्था एवं समाज सेवी संस्थाओं की प्रगति के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर हरि कृष्ण पटवारी ने बहुत ही अच्छे शब्दों में ईश्वर का धन्यवाद किया, और उनकी स्तुति करते हुए कहा कि भगवान तो सब कुछ देने वाले हैं, हमें सदैव उनकी रजा में रहना चाहिए। इस अवसर पर श्री सुभाष अरोड़ा (सामाजिक कार्यकर्ता) ने भर्ती मरीजों को नशा छोड़ने, और अपने जीवन को प्रभु सिमरन से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों पर एक कविता भी सुनाई।
इसके बाद मास्टर हरिंदर सिंह ने भर्ती मरीजों को मानसिक विकारों से दूर रहने, और भगवान का ध्यान कर अपने मन को मजबूत रखने के लिए समझाया। उन्होंने उनसे नशा छोड़ने और अपने माता-पिता की आज्ञा मानने, और समाज में सम्मान पाने के लिए अच्छे कार्य करने को कहा। इसके बाद जसपाल सिंह गिद्धा ने भी अपने विचार साझा किए, और संग्राद के इस मौके पर विश्व रक्तदाता दिवस के बारे में भी बताया कि, आज लैंडस्टीनर के जन्मदिन को समर्पित, विश्व रक्तदाता दिवस विश्व स्तर पर मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की जान बचाने के लिए हमें रक्तदान अवश्य करना चाहिए, उन्होंने केंद्र में भर्ती नशे के आदी लोगों को नशा छोड़कर अच्छा नागरिक बनने की राय दी, और कहा कि उन्हें अपने परिवार और समाज के लिए अच्छा काम करना चाहिए.
 इस अवसर पर सर नरिंदरपाल आस एनवायर्नमेंटल सोसायटी ने युवाओं से अपील की कि वे नशों से दूर रहें और नाम सबद से जुड़कर सुखों से भरपूर जीवन का आनंद लें। इस मौके पर श्री वासदेव परदेसी ने भी अपने विचार रखे और मरीजों को नशा छोड़कर गुरबाणी से जुड़ने को कहा. अंत में परियोजना निदेशक चमन सिंह ने सभी समाज सेवी संस्थाओं को धन्यवाद दिया