जिला शिक्षा अधिकारी ने ली विशेष बैठक, स्कूलों में नामांकन बढ़ाने और शिक्षकों का मनोबल बढ़ाने पर दिया ज़ोर

होशियारपुर- जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी शिक्षा) ललिता अरोड़ा ने अपने कार्यालय में जिले के ब्लॉक प्राइमरी शिक्षा अधिकारियों एवं ब्लॉक नोडल अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिनमें स्कूलों में छात्रों के नामांकन (एनरोलमेंट) को बढ़ाना, मिड डे मील के संबंध निर्देशों का पालन, मिशन सम्रथ की प्रगति और किताबों की समय पर सप्लाई , नव नियुक्त हुए 5994 अध्यापकों की ट्रेनिंग शामिल रहे।

होशियारपुर- जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी शिक्षा) ललिता अरोड़ा ने अपने कार्यालय में जिले के ब्लॉक प्राइमरी शिक्षा अधिकारियों एवं ब्लॉक नोडल अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई, जिनमें स्कूलों में छात्रों के नामांकन (एनरोलमेंट) को बढ़ाना, मिड डे मील के संबंध निर्देशों का पालन, मिशन सम्रथ की प्रगति और किताबों की समय पर सप्लाई , नव नियुक्त हुए 5994 अध्यापकों की ट्रेनिंग शामिल रहे। 
बैठक के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी ललिता अरोड़ा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शिक्षा अधिकारी स्कूलों के निरीक्षण के दौरान केवल एक जांचकर्ता की भूमिका न निभाएं, बल्कि एक मेंटर (मार्गदर्शक) बनकर विद्यालयों में जाएं। 
उन्होंने कहा कि जब अधिकारी एक सहयोगी और मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं, तो इससे शिक्षकों का मनोबल बढ़ता है और वे अपने कार्यों को और भी उत्साहपूर्वक निभाते हैं।उन्होंने कहा कि स्कूलों में नामांकन बढ़ाना विभाग की प्राथमिकता है और इसके लिए हर अधिकारी को जमीनी स्तर पर काम करना होगा। 
उन्होंने मिशन सम्रथ के तहत चल रही गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि यह मिशन विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम है, जिसे हर स्कूल में प्रभावी ढंग से लागू किया जाना चाहिए।किताबों की सप्लाई के विषय पर बात करते हुए उन्होंने सभी बीपीईओ और नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि किताबों की समय पर और सही तरीके से डिलीवरी सुनिश्चित की जाए, ताकि छात्रों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए। 
उन्होंने विभागीय कार्यों में गति लाने और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए टीम भावना के साथ काम करने का आह्वान किया।इस अवसर पर जिला कोऑर्डिनेटर हरमिंदर सिंह, जिला कोऑर्डिनेटर रजनीश कुमार गुलियानी, सीनियर सहायक अनिरुद्ध मोदगिल ब्लाक प्राइमरी शिक्षा अधिकारी चरणजीत सिद्धू, राजकुमार, जसविंदर पाल बंसल, ओंकार सूस, मीनाक्षी विशिष्ट, गुरदेव सिंह ढिल्लों, बलजीत सिंह, समिति सहित अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे। 
बैठक का उद्देश्य शिक्षा विभाग की योजनाओं को धरातल पर उतारना और सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार लाना था।बैठक के अंत में जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी अधिकारियों से फील्ड विज़िट नियमित रूप से करने और अपने कार्यों की रिपोर्ट समय पर प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सभी को समर्पित भाव से कार्य करना होगा।