श्री मनीष सिसोदिया को प्रभारी और डॉ. सतिंदर जैन को सह-प्रभारी नियुक्त किया जाना कई सवाल खड़े करेगा-ठंडल

होशियारपुर- पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सोहन सिंह ठंडल ने वरिष्ठ पत्रकार दलजीत अजनोहा से विशेष बातचीत की, जिसके दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी द्वारा प्रभारी या सह-प्रभारी की नियुक्ति बेशक पार्टी का अंदरूनी मामला माना जाता है, लेकिन पंजाब में इस बार जब श्री मनीष सिसोदिया को प्रभारी और डॉ. सतिंदर जैन को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है, तो निश्चित रूप से कई सवाल खड़े होंगे।

होशियारपुर- पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सोहन सिंह ठंडल ने वरिष्ठ पत्रकार दलजीत अजनोहा से विशेष बातचीत की, जिसके दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी द्वारा प्रभारी या सह-प्रभारी की नियुक्ति बेशक पार्टी का अंदरूनी मामला माना जाता है, लेकिन पंजाब में इस बार जब श्री मनीष सिसोदिया को प्रभारी और डॉ. सतिंदर जैन को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है, तो निश्चित रूप से कई सवाल खड़े होंगे। 
पहले से ही माना जा रहा था कि भ्रष्टाचार के कारण दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेताओं की करारी हार के बाद पंजाब में उनका दखल बढ़ेगा, लेकिन इन नियुक्तियों के बाद अब ऐसा लग रहा है कि पंजाब में दिल्ली लॉबी सत्ता पर पूर्ण नियंत्रण करने जा रही है। विपश्यना साधना के बहाने पंजाब पहुंचे आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना विधानसभा उपचुनाव के बहाने जनसभाएं और प्रेस कांफ्रेंस कर यह जता दिया कि पार्टी पर अभी भी उनका पूरा नियंत्रण है। 
ये सभी जानते हैं कि केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और डॉ. सतेंद्र जैन भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से घिरे हैं और 6 महीने से अधिक समय जेल में बिताने के बाद ही उन्हें जमानत मिल सकती है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से घिरे ऐसे नेताओं की नियुक्ति यह दर्शाती है कि इन नेताओं को पंजाब में आम आदमी पार्टी को आर्थिक मजबूती देने के लिए उनके अनुभव के आधार पर नियुक्त किया गया है।
 भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से निकले आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल मंचों पर स्वच्छ राजनीति की बात करते रहे हैं और कहते रहे हैं कि मेरे आरोपों के बाद भी राजनेता किनारे हो जाएं, जब तक आरोप झूठे साबित न हो जाएं, उन्हें राजनीति में रहने का कोई अधिकार नहीं है। आज पंजाब में आम आदमी पार्टी हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। खराब कानून व्यवस्था के साथ-साथ सरकार आर्थिक रूप से भी बुरी तरह से चरमराने लगी है। 
कई अधिकारी आरोप लगा रहे हैं कि उनसे जबरन धन इकट्ठा करने और देने का काम किया जा रहा है। ऐसे में भ्रष्टाचार के आरोपी नेताओं की पंजाब में नियुक्ति पंजाब की जनता को कतई स्वीकार्य नहीं है। आज पंजाब की जनता यह समझ नहीं पा रही है कि इन भ्रष्ट नेताओं को पंजाब की बागडोर सौंपकर आम आदमी पार्टी किस तरह का बदलाव लाना चाहती है।