चरणजीत लाल कैड़े के भोग पर विशेष

लुधियाना - चरणजीत लाल कादे का जन्म 1948 में माता बचन कौर की कोख से धन्ना राम कादे के यहाँ हुआ। उनके दो भाई और चार बहनें हैं, उनके पिता धन्ना राम कैड़े घंटा घर के एक बड़े चमड़े के व्यापारी थे। उन्होंने अपनी 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई ओरिएंटल स्कूल मॉडल टाउन से की। पढ़ाई के बाद वह चमड़े के काम में अपने पिता की मदद करने लगे।

लुधियाना - चरणजीत लाल कादे का जन्म 1948 में माता बचन कौर की कोख से धन्ना राम कादे के यहाँ हुआ। उनके दो भाई और चार बहनें हैं, उनके पिता धन्ना राम कैड़े घंटा घर के एक बड़े चमड़े के व्यापारी थे। उन्होंने अपनी 10वीं कक्षा तक की पढ़ाई ओरिएंटल स्कूल मॉडल टाउन से की। पढ़ाई के बाद वह चमड़े के काम में अपने पिता की मदद करने लगे।
उनकी शादी 1968 में रामपुर के पास दोराहा में मंजीत कौर से हुई। 71 साल की उम्र में पांच-छह महीने से बीमारी से जूझ रहे तीन लड़के तरसेम लाल, कुलविंदर सिंह, लखवीर सिंह एडवोकेट, तीन लड़कियां, पत्नी मनजीत कौर और एक भाई वेद प्रकाश कैड़े, दो बहनें भूपिंदर कौर पूर्व सरपंच हरनामपुरा, प्रीतम कौर लोहार को रोता और बिलख़ता छोड़ कर इस नश्वर संसार को अलविदा कह दिया।
परिवार आध्यात्मिक शांति के लिए 12 मई रविवार 2024 को दोपहर 12 से 1 बजे तक गुरुद्वारा सिंह सभा बसंत एवेन्यू बैक साइड बी सी एम स्कूल धांदरा रोड संत जोत नगर दुगरी लुधियाना में श्री सहज पाठ प्रार्थना करेगा।